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कैंसर से बचने के लिए रामबाण है ये गोमूत्र
कैंसर शब्द सुनते ही लोगों को मौत की याद आ जाती है। सबका यही मानना है कि अगर कैंसर किसी को हो गया तो वो बचेगा नहीं। अमीरों के लिए कैंसर से लड़ना आसान है लेकिन जहां बात गरीबों की होती है वहां सिर्फ और सिर्फ मौत ही नज़र आई आती है।
कोयंबटूर: कैंसर शब्द सुनते ही लोगों को मौत की याद आ जाती है। सबका यही मानना है कि अगर कैंसर किसी को हो गया तो वो बचेगा नहीं। अमीरों के लिए कैंसर से लड़ना आसान है लेकिन जहां बात गरीबों की होती है वहां सिर्फ और सिर्फ मौत ही नज़र आई आती है। रिसर्च के मुताबिक दुनियाभर में सबसे ज्यादा मौतों का कारण कैंसर है, लेकिन जल्द ही कैंसर के खत्म करने की तैयारी चल रही है। आयुष मंत्रालय गोमूत्र से दवाइयां बनाने पर काम कर रहा है।
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तमिलनाडु के कोयंबटूर में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि गोमूत्र से कई प्रकार की दवाइयां तैयार होती हैं। कैंसर जैसी असाध्य बीमारी की दवाइयां भी गोमूत्र से तैयार होती हैं।
इस कदम के लिए केंद्र सरकार ने गोसंवर्धन और गोपालन के लिए कुछ कदम उठाए हैं। चौबे श्री रामकृष्ण अस्पताल में 'कैंसर के खिलाफ जंग' अभियान का उद्घाटन करने आए थे।
इस योजना में अब तक कैंसर को शामिल नहीं करने पर ने राज्यमंत्री कहा कि केंद्र एक अलग योजना के तहत वर्तमान में 3 प्रकार के कैंसरों का उपचार प्रदान कर रहा है और अब जेएवाई के तहत इस घातक बीमारी को शामिल करने के प्रस्ताव पर अध्ययन किया जा रहा है।
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केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा कि पीएम ने कहा था कि देश 2030 तक गैर-संचारी रोग से मुक्त होना चाहता है और स्वास्थ्य मंत्रालय इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करेगा। तमिलनाडु में चिकित्सा प्रणाली की सराहना करते हुए चौबे ने कहा कि मंत्रालय ने 75 मेडिकल अपग्रेडेशन किया है।