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बैंक कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों की दो दिन की हड़ताल, देश भर में बवाल

केंद्र सरकार के एक तरफा श्रम सुधार और श्रमिक-विरोधी नीतियों से नाराज सेन्ट्रल ट्रेड यूनियनों ने दो दिन की देशव्यापी हड़ताल बुलाई है। इस हड़ताल में लगभग 20 करोड़ कर्मचारी शामिल हो रहे हैं। इस हड़ताल को 2 बैंक यूनियंस- ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयीज एसोसिएशन और बैंक एम्प्लॉयीज फेडरेशन आफ इंडिया का समर्थन है। 

Rishi
Published on: 8 Jan 2019 10:03 AM IST
बैंक कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों की दो दिन की हड़ताल, देश भर में बवाल
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नई दिल्ली : केंद्र सरकार के एक तरफा श्रम सुधार और श्रमिक-विरोधी नीतियों से नाराज सेन्ट्रल ट्रेड यूनियनों ने दो दिन की देशव्यापी हड़ताल बुलाई है। इस हड़ताल में लगभग 20 करोड़ कर्मचारी शामिल हो रहे हैं। इस हड़ताल को 2 बैंक यूनियंस- ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयीज एसोसिएशन और बैंक एम्प्लॉयीज फेडरेशन आफ इंडिया का समर्थन है।

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हड़ताल के चलते मुंबई में बस सेवा ठप्प है।

गुवाहाटी में हड़तालियों ने ट्रेन रोक दी है।

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रेलवे लाइन जाम।

भुवनेश्वर में बंद के दौरान आगजनी।

कोलकाता में बंद समर्थन गिरफ्तार।

कर्नाटक में राज्‍य सड़क परिवहन निगम ने भी बंद को समर्थन दिया है।

ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस के सदस्यों ने सार्वजनिक और सरकारी क्षेत्र के निजीकरण के खिलाफ दिल्ली के पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया में विरोध प्रदर्शन किया।

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वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, मैं इस पर एक शब्द भी नहीं बोलना चाहती हूं। हमने किसी भी बंद को समर्थन नहीं देने का फैसला किया है। अब बहुत हो गया। पिछले 34 सालों में वाम मोर्चे ने बंद का आह्वान कर पूरे राज्य को बर्बाद कर दिया। अब कोई बंद नहीं होगा।

हड़ताल में इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी जैसे संगठन शामिल हो रहे हैं। भारतीय मजदूर संघ इस हड़ताल में शामिल नहीं है।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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