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Chandrayaan-3: विक्रम लैंडर ने भेजी चांद के सबसे नजदीक की तस्वीरें, ऐसा दिखता है दक्षिणी ध्रुव..बाहर निकला रोवर प्रज्ञान
Chandrayaan-3: भारत ने इतिहास चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग के साथ इतिहास रच दिया है। लैंडर विक्रम ने चांद की सबसे करीब की तस्वीर भेजी है। ये तस्वीर चंद्रमा के साउथ पोल की है। चंद्रमा पर पहुंचने वाले पिछले सभी अंतरिक्ष यान भूमध्यरेखीय क्षेत्र में उतरे हैं।
Chandrayaan-3: चांद पर विक्रम लैंडर (Vikram Lander) की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) ने ताजा तस्वीर भेजी है। ये तस्वीर चांद की सतह की सबसे करीब की बताई गई है। दरअसल, ये तस्वीरें लैंडर विक्रम ने उस समय ली थी, जब वह चंद्रमा की सतह पर लैंड कर रहा था। विक्रम लैंडर पर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे (Horizontal Velocity Camera) लगा हुआ है। ये तस्वीरें उसी से ली गई हैं। बेंगलुरु के MOX-ISTRAC और विक्रम लैंडर के बीच संपर्क बना हुआ है जिससे ये तस्वीरें मिली हैं। चंद्रयान- 3 के विक्रम लैंडर से रोवर प्रज्ञान बाहर निकल आया है।
चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर के सतह पर लैंडिंग होने के बाद कई तरह से काम करेगा। ISRO वैज्ञानिकों ने बताया कि, चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मून मिशन को तीन प्रमुख हिस्से में बांटा गया है। सबसे पहला था, प्रोपल्शन मॉड्यूल (propulsion module), जो लैंडर को चांद की कक्षा तक लेकर गया है। इससे हाल ही में विक्रम अलग हो गया था, जबकि प्रोपल्शन मॉड्यूल चांद की सतह में घूम रहा है। इससे अलग होने वाले लैंडर विक्रम के साथ ही रोवर प्रज्ञान (Rover Pragyan) को भेजा गया था। अब, लैंडर विक्रम ने चांद पर सफलतापूर्वक उतरकर मिशन का पहला पड़ाव पूरा कर लिया है।
Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 23, 2023
Updates:
The communication link is established between the Ch-3 Lander and MOX-ISTRAC, Bengaluru.
Here are the images from the Lander Horizontal Velocity Camera taken during the descent. #Chandrayaan_3#Ch3 pic.twitter.com/ctjpxZmbom
विक्रम ने ISRO के कमांड सेंटर को भेजा संदेश
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने ट्वीट कर बताया कि, 'चंद्रयान-3 लैंडर और MOX-ISTRAC, बेंगलुरु के बीच संचार लिंक स्थापित हुआ है। चांद की सतह पर उतरते समय ली गई लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे की तस्वीरें शेयर की गई हैं। इससे पूर्व, विक्रम लैंडर ने चंद्रमा से इसरो के कमांड सेंटर (ISRO Command Center) को संदेश भेजा था। इसरो को भेजे संदेश में चंद्रयान ने कहा, 'भारत, मैं अपने गंतव्य पर पहुंच गया हूं और आप भी !' इसके साथ ही उसने कहा, चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 Update) ने चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। बधाई हो, भारत !'
साउथ पोल की मिलेगी जानकारी
आपको बता दें, चंद्रमा के दक्षिण पोल (Moon South Pole) पर कई ऐसे क्रेटर्स हैं जो अरबों साल से अंधेरे में हैं। वहां सूर्य की रोशनी कभी पहुंच नहीं पाई। ऐसे स्थानों पर स्थितियों के बारे में रोवर के जरिए जानकारियां इकठ्ठा की जाएंगी। रोवर चांद के दक्षिणी ध्रुव पोल पर स्पेस साइंस से जुड़ी कई रिसर्च वर्क को पूरा करेगा। रोवर प्रज्ञान (Rover Pragyan) चन्द्रमा की सतह पर मौजूद तत्वों के बारे में जानकारी हासिल करेगा। फिर उसे धरती तक भेजेगा।कई तत्वों के बारे में पता चलेगा
रिपोर्ट्स की मानें तो रोवर प्रज्ञान जानकारियों को पहले लैंडर को भेजेगा और उसके जरिए ये डेटा भारतीय डीप स्पेस नेटवर्क (Indian Deep Space Network) तक पहुंचेगा। साथ ही, क्या चंद्रमा पर पोटेशियम (potassium), कैल्शियम (calcium), मैग्नीशियम (magnesium), सिलिकॉन (silicon), एल्यूमीनियम (aluminum), टाइटेनियम (titanium) और आयरन (Iron) जैसे तत्व मौजूद हैं या नहीं? इसे लेकर भी जानकारी मिलेगी।