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Char Dham Yatra: गंगोत्री और यमुनोत्री के 22 अप्रैल को खुलेंगे कपाट, इस तारीख से शुरू हो जाएगी चार धाम यात्रा
Char Dham Yatra: प्रशासन ने चारों धामों के कपाट खुलने की संभावित तिथियों को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
Char Dham Yatra: चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अगले सप्ताह से शुरू होंगे। उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा का आयोजन होगा। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया (22 अप्रैल) को खुलेंगे, पिछली बार रजिस्ट्रेशन में हुई अव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, इस बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का प्रतिशत साठ और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का प्रतिशत चालीस रखा जाएगा। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन यात्रा शुरू होने से दस दिन पहले किए जाएंगे।
चारधाम यात्रा को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारियां शुरू हो गई हैं। उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा का आयोजन होगा। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया (22 अप्रैल) को खुलेंगे, जबकि 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया होगी। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि 'आपदा से निपटने के लिए सभी विभाग अपने-अपने कार्यों को पूरी तरह से तैयार कर रहे हैं', और विभाग लगातार यात्रा की स्थिति की निगरानी कर रहा है। जिन क्षेत्रों में सड़कें खराब हैं, वहां पंद्रह अप्रैल तक सड़कों की मरम्मत कर दी जाएगी। धामों में अधिक भीड़ होने पर यात्रियों की संख्या नियंत्रित करने के लिए हरिद्वार से लेकर यात्रा मार्ग पर विभिन्न होल्डिंग रूट बनाए जाएंगे। ऐसे स्थानों पर यात्रियों को रोका जाएगा, जहां ठहरने और भोजन की सुविधा उपलब्ध हो। यमुनोत्री मार्ग पर कटापत्थर पर यात्रियों को नहीं रोका जाएगा, लेकिन इस मार्ग पर विकासनगर के पास यात्रियों को आवश्यकतानुसार रोका जाएगा। इस बैठक में सात जिलों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन कहां और कैसे होगा
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 4 मई तय कर दी गई है। अन्य तीनों धामों के कपाट खुलने की तिथियां महाशिवरात्रि और अक्षय तृतीया पर्व के दौरान स्पष्ट हो जाएंगी। प्रशासन ने 30 अप्रैल से 4 मई तक चारों धामों के कपाट खुलने की संभावित तिथियों को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं। तीर्थयात्रियों के ऑनलाइन पंजीकरण के लिए वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर व्यवस्था की जाएगी।
कहां कितने पंजीकरण काउंटर तीर्थयात्रियों के पंजीकरण के लिए ऋषिकेश में 20, हरिद्वार के ऋषिकुल में 20 और विकासनगर में 15 काउंटर स्थापित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, चेकिंग काउंटर बड़कोट, हिना, पांडुकेश्वर और सोनप्रयाग में अपरिहार्य कारणों से पंजीकरण की व्यवस्था होगी।
प्रथम माह में नहीं होगी वीआईपी व्यवस्था यात्रा में कोई अव्यवस्था न हो, इसके लिए यह निर्णय लिया गया है कि यात्रा के पहले माह के दौरान कोई वीआईपी व्यवस्था नहीं होगी। किसी भी तीर्थयात्री को वीआईपी स्कार्ट या अन्य सुविधाएं नहीं दी जाएंगी। इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव द्वारा अन्य प्रदेशों के मुख्य सचिवों को एक अनुरोध पत्र भेजा जाएगा।