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Cheetah in India: आठ चीते आ रहे स्पेशल फ्लाइट से, 16 को पहुंचेंगे भारत

Cheetah in India: विंडहोक से एक चार्टर्ड बोइंग 747 कार्गो उड़ान में सवार होकर आठ अफ्रीकी चीते 16 सितंबर को भारत में अपने नए घर के लिए रवाना होंगे।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 13 Sept 2022 11:14 AM IST
Cheetahs in India
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आठ चीते आ रहे स्पेशल फ्लाइट से भारत (photo: social media )

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Cheetah in India: अफ्रीका से आठ चीते भारत आने को तैयार हैं। फ्लाइट बुकिंग हो चुकी है, बस विमान में बैठना बाकी है। ये कोई मामूली उड़ान नहीं बल्कि स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट होगी।

नामीबिया की राजधानी विंडहोक से एक चार्टर्ड बोइंग 747 कार्गो उड़ान में सवार होकर आठ अफ्रीकी चीते (पांच मादा और 3 नर) 16 सितंबर को भारत में अपने नए घर के लिए रवाना होंगे। 10 घंटे से अधिक लंबी उड़ान के बाद ये स्पेशल यात्री अगली सुबह जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे।

जयपुर से चीते एक हेलीकॉप्टर से मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान तक की 42 मिनट की हेलीकॉप्टर की सवारी करेंगे। कुनो में एक अस्थायी हेलीपैड का निर्माण किया गया है। चीतों की उम्र चार से छह साल के बीच है। नामीबिया से आने वाले चीतों को यात्रा के दौरान ट्रेंकुलाइज या बेहोश नहीं किया जाएगा।

यात्रा शुरू होने से दो-तीन दिन पहले उन्हें भोजन कराया जाएगा, और विमान में उनके साथ तीन पशु चिकित्सकों की एक टीम होगी - जिसमें एक भारतीय, एक नामीबिया और एक दक्षिण अफ्रीकी चिकित्सक होगा।

चीतों के अंतरदेशीय स्थानांतरण की सभी तैयारियां पूरी

पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया है कि चीतों के अंतरदेशीय स्थानांतरण की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि श्योपुर जिले (जहां कुनो स्थित है) में वर्षा का स्तर, तापमान, ऊंचाई और स्थितियां दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के समान हैं। चीतों के स्थानान्तरण का उद्देश्य भारत में चीते को फिर से स्थापित करने में सक्षम होना है जिससे भारत की प्राकृतिक विरासत को बहाल किया जा सके। इसके अलावा चीते की व्यापक जनसंख्या को भी विकसित करना है जो इस पशु के वैश्विक संरक्षण में मदद करेगा।

विश्व स्तर पर अब लगभग 7,000 चीते हैं।दक्षिण अफ्रीका में लगभग 4,500 की सबसे बड़ी आबादी है। भारत को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों का अगला जत्था जल्द ही मिलने की उम्मीद है। अगले पांच वर्षों में भारत सरकार देश में 35-40 की प्रजनन चीता मेटापॉपुलेशन स्थापित करने के लिए सालाना 8-10 चीतों का अधिग्रहण करेगी। भारत को इस साल 20 अफ्रीकी चीते मिलने थे - आठ नामीबिया से और 12 दक्षिण अफ्रीका से। मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, भारत की ओर से सभी तैयारियां पूरी होने के बाद भी दक्षिण अफ्रीकी सरकार की सहमति का इंतजार है। नामीबिया में अपने समकक्षों की तरह, दक्षिण अफ्रीका से भेजे जाने वाले चीतों को पहले से ही यात्रा के लिए तैयार किया गया है, जिसमें व्यापक स्वास्थ्य जांच और बीमारियों का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्टिंग, टीकाकरण और रेडियो कॉलरिंग शामिल हैं।

17 सितंबर को कुनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को छोड़ा जाएगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 सितंबर को कुनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को छोड़ा जाएगा। चीतों को नए वातावरण के लिए उनके अनुकूलन को सुनिश्चित करने के लिए लगभग एक महीने के लिए 1,500 वर्ग मीटर के एक क्वारंटाइन बाड़े में रखा जाएगा। इस अवधि के दौरान उनकी बारीकी से निगरानी की जाएगी, जिसके बाद उन्हें शेष अवधि के लिए 6 वर्ग किलोमीटर के बड़े घेरे में छोड़ दिया जाएगा। एक बार यह संतोषजनक पाए जाने पर, उन्हें 740 वर्ग किमी के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ दिया जाएगा।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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