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Kuno National Park: कूनो से आई बुरी खबर, चीता 'शौर्य' की हुई मौत

Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क से एक बूरी खबर आई है। यहां शौर्य नाम के चीता की भी मौत हो गई है। मौत कैसे हुई इसके बारे में पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही शौर्य के मौत का कारण सामने आ सकेगा।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 16 Jan 2024 5:17 PM GMT
Cheetah named Shaurya died in Kuno National Park
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कूनो नेशनल पार्क में शौर्य नाम के चीता की मौत हो गई: Photo- Social Media

Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क से एक फिर एक बूरी खबर आई है। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित इस पार्क में नामीबिया से आए एक और चीता की मौत हो गई है। 'शौर्य' नाम के इस चीते की मौत के कारणों की पुष्टि के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। बता दें कि प्रोजेक्ट चीता के तहत सितंबर 2022 में आठ चीतों को नामीबिया से और 2023 की शुरुआत में 12 चीतों को दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाया गया था। इनमें से अब तक 10 चीतों की मौत हो चुकी है। कूनो में आखिरी बार चीता की मौत की खबर दो अगस्त 2023 को आई थी। उसके छह महीने बाद फिर अब यह बुरी खबर आई है।

वन विभाग के एपीसीसीएफ और डायरेक्टर लॉयन प्रोजेक्ट के हवाले से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि मंगलवार सुबह करीब 11 बजे नामीबिया से आया चीता अचेत अवस्था में मिला था। इसके बार मॉनिटरिंग टीम तत्काल हरकत में आई और उसे ट्रैंकुलाइज किया गया। कुछ देर के लिए तो चीता को होश आया लेकिन उसे कमजोरी बहुत अधिक थी। रिवाइवल के बाद भी कुछ जटिलताएं उभर आई और उसने सीपीआर को रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया और उसकी मौत हो गई। मौत किस कारण से हुई इसका पता तो अब पोस्टमॉर्टम आने के बाद ही चल सकेगा।

अब कूनो में 10 वयस्क और चार शावक चीते

मंगलवार को कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत के बाद चीतों की तादाद घटकर 14 हो गई है। इसमें चार शावक भी शामिल हैं। तीन हफ्ते पहले ही नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था। इससे पहले मार्च 2023 में भी एक मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था। उनमें से तीन की मौत कुछ ही महीनों में हो गई थी।

चार चीते कूनो के खुले जंगल में

कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में चार चीते हैं। इनमें एक मादा चीता वीरा और तीन नर चीते अग्नि, वायु और पवन शामिल हैं। इनमें अग्नि और पवन नाम के चीते कूनो नेशनल पार्क से बाहर बफर जोन और आसपास के गांवों में विचरण करते मिले थे। इन्हें फिर से कूनो की सीमा में लाया गया था। इससे पहले 2023 की गर्मियों में चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया था। तब इंफेक्शन के कारण से चीतों की मौतें हुई थी। तब सभी चीतों को फिर से बाड़े में लाया गया था।

जानिए कूनो से कब-कब आई बुरी खबर

26 मार्च 2023- मादा साशा की मौत

23 अप्रैल 2023- नर चीता उदय की मौत

9 मई 2023- मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत

23 मई 2023- ज्वाला के एक शावक की मौत

25 मई 2023- ज्वाला के दो और शावकों की मौत

11 जुलाई 2023- आपसी संघर्ष में नर चीता तेजस की मौत

14 जुलाई 2023- आपसी संघर्ष में नर चीता सूरज की मौत

02 अगस्त 2023- इंफेक्शन से मादा चीता धात्री की मौत

Shashi kant gautam

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