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इनके ठेंगे पर कानून! खनन माफिया ने एक और अफसर को धमकाया

Rishi
Published on: 19 Jun 2017 1:17 PM GMT
इनके ठेंगे पर कानून! खनन माफिया ने एक और अफसर को धमकाया
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भोपाल : मध्यप्रदेश के छतरपुर में रेत खनन माफिया ने एक और अफसर को धमकाया है। रेत के अवैध कारोबार के खिलाफ कार्रवाई करने पर लवकुशनगर के अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) हेमकरण धुर्वे को माफिया ने जान से मारने की धमकी दी है। इससे पहले इसी जिले में पदस्थ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी सोनिया मीणा को खनन माफिया ने धमकी दी थी।

धुर्वे ने सोमवार को बताया कि उन्होंने पिछले दिनों अवैध रेत खनन में लगी छह मशीनें, रेत से भरे एक बार 70 और दूसरी बार चार ट्रक पकड़े। उसके बाद उन्हें 15 जून की सुबह चार बजकर 12 मिनट पर मोबाइल पर धमकाया गया। धमकी मिलने पर उन्होंने चंदला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

धुर्वे के मुताबिक, धमकी के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जिस मोबाइल नंबर से फोन आया था, उसकी लोकेशन उत्तर प्रदेश मिली, मगर सिम फर्जी नाम से ली गई है और फिलहाल वह नंबर बंद है। धमकी देने वाले ने अपना नाम नहीं बताया।

उन्होंने कहा, "खनन माफिया चाहे जो करें, मगर मैं अवैध कारोबार को नहीं होने दूंगा।"

पिछले दिनों राजस्थान निवासी और 2013 बैच की आईएएस सोनिया मीणा ने छतरपुर के राजनगर में अवैध रेत खनन के खिलाफ कार्रवाई की थी, जिस पर उन्हें एकखनन माफिया अर्जुन सिंह बुंदेला ने जान से मारने की धमकी दी थी। उस मामले की सुनवाई के लिए सोनिया को छतरपुर जाना है। इस समय वह उमरिया जिले में अपर कलेक्टर और जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर तैनात हैं। उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई गई है।

प्रतिबंध के बावजूद राज्य के बड़े हिस्से में अवैध रेत खनन का काम बेरोकटोक जारी है। अफसरों को धमकाने के ये मामले नए नहीं हैं। इससे पहले मुरैना जिले में खनन माफियाओं ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी नरेंद्र कुमार की जान ट्रैक्टर से कुचलकर ले ली थी। इसके अलावा वन और पुलिस दलों पर हमला होना आम बात हो चली है। विपक्ष का आरोप है कि शिवराज राज में खनन माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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