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CM Name: सीएम पद की दावेदारी में सबसे आगे कौन है रीति पाठक? रेस में बैकफुट पर बालकनाथ; तीनों राज्यों का जानें पूरा हाल
CM Name in Race: मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी में कुछ नये नाम सामने आ रहे तो कुछ नाम सूची से बाहर हो रहे हैं।
Chief Minister Announcement: राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। वहीं, अब पार्टी भी लगभग अंतिम फैसले के करीब पहुंच चुकी है। पर्यवेक्षकों द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार सोमवार शाम तक मुख्यमंत्रियों के नाम घोषित हो सकते हैं। कुछ नेता स्वयं ही इस रेस से सम्मानजनक बाहर हो जा रहे तो वहीं कुछ अपने विधायकों के साथ मीटिंग करने में लगे। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को लेकर सबसे अधिक उथल-पुथल मध्य प्रदेश और राजस्थान में मची हुई है।
कैसा रहा रीति पाठक की सीट का हाल
मध्य प्रदेश में सीधी पेशाब कांड के बाद यहां का वोट बैंक दो पक्षों यानि दलित और ब्राह्मण में बंटा हुआ लग रहा था। यहां की विधानसभा सीट से भाजपा ने केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटकर रीति पाठक को मैदान में उतारा। हालांकि पार्टी के इस निर्णय से नाराज होकर केदारनाथ निर्दलीय चुनाव लड़ा। कड़ी टक्कर के बाद भी रीति पाठक के पक्ष में खूब वोट गिरे। करीब 35 हजार वोटों से चुनाव में जीत हासिल। बीजेपी उम्मीदवार रीति पाठक 88664 वोट हासिल कर विजयी हुईं। भाजपा से बागी निर्दलीय लड़े केदारनाथ शुक्ला 13856 वोट मिले। ज्ञान सिंह, कांग्रेस प्रत्याशी को 53246 मतदान मिले। वहीं नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल और शिवराज सिंह चौहान को मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद के संभावित विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
कौन हैं रीति पाठक
रीति पाठक मध्य प्रदेश के सीधी से भारतीय जनता पार्टी की ओर से सक्रिय नेत्री हैं। वह पहली बार 2014 के लोकसभा चुनावों में मध्य प्रदेश की सीधी सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। कांग्रेस उम्मीदवार को 1,08,046 वोटों के अंतर से हराकर सीट जीती थी। साल 2019 में 17 वीं लोकसभा के लिए फिर से चुनी गईं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अजय सिंह को 2,86,524 मतों के अंतर से हराकर सीधी सीट जीती। राजनीति में मजबूत पकड़ रखने वाली रीति पाठक को संगठन ने सीधी सीट से उतारा था। हालांकि कुछ दिन पहले की रीति पाठक ने जेपी नड्डा से मुलाकात की है। ऐसे में मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के कुर्सी के महिला सीएम चुनकर भाजपा बड़ा दांव खेल सकती है।
राजस्थान में बालकनाथ पीछे, ये नाम आगे
राजस्थान में मुख्यमंत्री की रेस में सबसे पहला नाम जो चला वह अलवर से सांसद रहे और तिजारा से चुनाव जीतने वाले महंत बालकनात का रहा। लेकिन उनकी सोशल मीडिया पोस्ट से देखकर ऐसा लग रहा है कि वह इस रेस से खुद को बाहर कर रहे हैं। वहीं वसुंधरा राजे भी लगातार हाईकमान से मीटिंग कर रही हैं। कद्दावर नेता किरोड़ी लाल मीणा अपने विधायकों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। इस सबके इतर राजनीतिक जानकारों की कहना है कि पार्टी लोकसभा को देखते हुए यहां अश्विनी वैष्णव को मुख्यमंत्री बनाकर ओबीसी दांव खेल सकती है।
पार्टी व प्रधानमंत्री @narendramodi जी के नेतृत्व में जनता-जनार्धन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया।चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नज़र अंदाज़ करें।मुझे अभी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।
— Yogi Balaknath (@MahantBalaknath) December 9, 2023
छत्तीसगढ़ में अरुण साव सबसे आगे
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने 90 सीटों में 54 सीट जीतकर अपनी सरकार बना रही है। इस बार मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? इस पर सबकी निगाहें टिकीं हुई है। पार्टी केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इनकी रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री नियुक्त होगा। वैसे तो यहां से लोरमी से चुनाव जीतने वाले अरुण साव का नाम तेजी से चल रहा है। पार्टी रमन सिंह पर एक बार फिर भरोसा जता सकती है।