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Maharashtra: जल्द ही बहुमत साबित करेंगे CM एकनाथ शिंदे, साथ ही विधानसभा स्पीकर का भी होगा चुनाव
Maharashtra: शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और उनके साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी उपमुख्यमंत्री का पद संभाला है।
Maharashtra: शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और उनके साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी उपमुख्यमंत्री का पद संभाला है। जिसके बाद राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से शनिवार यानी कि आगामी 2 जुलाई को बहुमत साबित करने के लिए कहा है, इसके साथ ही महाराष्ट्र कैबिनेट ने 2 दिनों 2 और 3 जुलाई के लिए राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया है, सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव संपन्न होगा, नाना पटोले के इस्तीफे के बाद से स्पीकर का पद खाली है।
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस ने भी उपमुख्यमंत्री का पद की शपथ ली है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कल गुरुवार शाम साढ़े सात बजे दक्षिण मुंबई स्थित राजभवन में पद की शपथ दिलाई, शिंदे ने शपथ के दौरान दिवंगत शिवसेना नेता बाल ठाकरे और आनंद दिघे को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी शपथ पूरी होते ही उनके समर्थकों ने ठाकरे और दिघे के भी नारे लगाए।
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा शिवसेना विधायकों में एक बड़े विद्रोह के मद्देनजर अपने पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद आयोजित हुआ, शिवसेना के कई नेता बागी हो गए जिसके कारण सरकार पर संकट मंडराने लगा जिस करण 2.5 साल पुरानी महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई। और राज्य को एक नई शिवसेना बागी व भारतीय जनता पार्टी के गठबन्धन की सरकार मिली है। जिसको अब कल शनिवार 2 जुलाई को सदन में बहुमत साबित करना है।
आपको बता दें, बृहस्पतिवार को भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने फडणवीस शिंदे के नेतृत्व में नई महाराष्ट्र मंत्रिपरिषद का हिस्सा होंगे, इससे कुछ मिनट पहले फडणवीस ने घोषणा की थी कि वह सरकार में शामिल नहीं होंगे। पर फडणवीस ने उस समय सबको चौंकाते हुए घोषणा कि एकनाथ शिंदे प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे, उनकी घोषणा ने इन उम्मीदों को खारिज कर दिया, कि वह शिंदे गुट के समर्थन से मुख्यमंत्री पद पर वापसी करेंगे।