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निर्भया के परिवार से बदसलूकी: अधिकारी हो कर की ऐसी बदतमीजी
निर्भया गैंगरेप और हत्याकांड मामले में अब उसके परिजनों से बदसलूकी का मामला सामने आया है। असल में, निर्भया के पैतृक गांव बलिया में निर्भया के नाम पर अस्पताल बना है।
नई दिल्ली: निर्भया गैंगरेप और हत्याकांड मामले में अब उसके परिजनों से बदसलूकी का मामला सामने आया है। असल में, निर्भया के पैतृक गांव बलिया में निर्भया के नाम पर अस्पताल बना है। आरोप बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) पर है। अस्तपाल में डॉक्टर की मांग के लिए निर्भया के परिजन धरने पर बैठे थे। CMO ने कहा कि जिस गांव में किसी ने भी डॉक्टर की पढ़ाई नहीं की हो वहां के अस्पताल में हम डॉक्टर नहीं देंगे। CMO के रवैये को देखते हुए निर्भया के दादा ने कहा निर्भया का कोई अपमान ना करे।
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CMO ने कहा ये
निर्भया के परिजनों के मुताबिक, बलिया के CMO ने कहा कि आज तक निर्भया के गांव में किसी ने भी डॉक्टर की पढ़ाई तो की नहीं और यहां के लोगों को डॉक्टर चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले डॉक्टर की पढ़ाई करें फिर इसी अस्पताल में डॉक्टर बन जाएं। इस गांव में डॉक्टर तो बनाया नहीं तो अस्पताल क्यों खुलवाया। हम कहां से डॉक्टर लाएं, जितने पद हैं उतने डॉक्टर हैं नहीं।
परिजनों के मुताबिक, CMO ने कहा कि अस्पताल हमने नहीं बनवाया। जिसने बनवाया है उससे डॉक्टर की मांग की जाए। CMO ने निर्भया को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि निर्भया कौन है। अगर वह डॉक्टर की पढ़ाई कर रही थी तो दिल्ली क्यों गई।
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आपको बता दें कि निर्भया के पैतृक गांव मड़ावरा कला में निर्भय के नाम पर सरकार ने अस्पताल बनवाया था, ताकि निर्भया का सपना पूरा हो सके। निर्भया का सपना था कि वो डॉक्टर की पढ़ाई कर गांव में अस्पताल खोले, ताकि गांववालों को बाहर न जाना पड़े। पांच साल पहले अस्पताल तो आधा-अधूरा बनाया गया मगर वहां आज तक डॉक्टर और नर्स तक नहीं पहुंचे।
इसी से नाराज होकर निर्भया के दादा की अगुवाई में गांववाले धरने पर बैठे थे और CMO उनको आश्वासन देने पहुंचे थे। लेकिन CMO परिजनों और गांव वालों को बेइज्जत कर गए।