TRENDING TAGS :
Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा पदयात्रा के दौरान मां सोनिया के जूतों के लेस बांधकर सोशल मीडिया पर छा गए राहुल
Bharat Jodo Yatra Live Uodate: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में आज पहली बार पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हुईं। भारत जोड़ो यात्रा अब कर्नाटक पहुंच चुकी है
Bharat Jodo Yatra Live Update 6 October 2022: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ( Bharat Jodo Yatra) में आज पहली बार पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हुईं। भारत जोड़ो पदयात्रा के दौरान उस समय माहौल भावुक हो गया जब पदयात्रा निकाल रहे राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी के जूतों के लेस बांधे। सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा फोटो वायरल होते ही लोगों के कमेंट आने शुरू हो गए कि अमूमन मां बच्चे के जूतों की लेस बांधती देखी जाती है लेकिन राहुल गांधी द्वारा अपनी मां के जूतों के लेस बांधना मातृशक्ति के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है। सात सितंबर को केरल से शुरुआत के बाद भारत जोड़ो यात्रा अब कर्नाटक पहुंच चुकी है और सोनिया ( Sonia Gandhi) ने कर्नाटक (Karnataka) के मंड्या जिले में यात्रा में शिरकत की। वे अपने बेटे राहुल गांधी के साथ यात्रा का नेतृत्व करती नजर आईं। लंबे समय बाद उन्होंने पार्टी की ओर से आयोजित किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया है। सोनिया के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह दिखा।
कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होने वाला है और इस चुनाव को लेकर इन दिनों पार्टी में घमासान मचा हुआ है। ऐसे माहौल में सोनिया और राहुल भारत जोड़ो यात्रा के जरिए पार्टी की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं। कर्नाटक के मंड्या जिले में भारत जोड़ो यात्रा आज पांडवपुरा से नागमंगला तालुक तक निकाली जाएगी। यात्रा में शामिल होने के लिए सोनिया गांधी 4 अक्टूबर को ही कर्नाटक पहुंच गई थीं।
कर्नाटक में कांग्रेस ने लगाई पूरी ताकत
कांग्रेस ने इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा में पूरी ताकत लगा रखी है। भाजपा शासित राज्य कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कर्नाटक में अगले साल मार्च-अप्रैल में विधानसभा के चुनाव होने हैं और इस यात्रा का सियासी असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
इसीलिए कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पार्टी ने ज्यादा ताकत लगा रखी है। दशहरा के त्योहार के कारण भारत जोड़ो यात्रा को दो दिनों का विश्राम दिया गया था। दो दिनों के विश्राम के बाद आज यात्रा की शुरुआत होने पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी से भारी उत्साह दिखा।
करीब 15 मिनट तक पैदल चलीं सोनिया गांधी
खराब स्वास्थ्य के कारण सोनिया गांधी पार्टी की ओर से आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों से काफी दिनों से दूर रही हैं। उन्होंने कई राज्यों में हुए चुनाव के दौरान सभाओं में भी हिस्सा नहीं लिया था। इस कारण भारत जोड़ो यात्रा में उनकी हिस्सेदारी को काफी अहम माना जा रहा है। पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कंधे पर हाथ रखकर मां का स्वागत किया।
कांग्रेस की महिला नेता भी सोनिया का हाथ थामे हुए दिखीं। करीब 15 मिनट तक पैदल चलने के बाद राहुल ने सोनिया को वापस कार में भेज दिया।सोनिया गांधी करीब एक महीना पहले ही कोरोना से उबरी हैं और अभी भी उनका स्वास्थ्य पूरी तरह दुरुस्त नहीं बताया जा रहा है।
कर्नाटक पर ज्यादा फोकस का कारण
भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर को कन्याकुमारी से की गई थी। भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत के समय सोनिया गांधी मेडिकल चेकअप के लिए विदेश गई हुई थीं। इस कारण उन्होंने पत्र के जरिए यात्रा में शामिल होने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं और बधाई दी थी। पिछले शुक्रवार को यह यात्रा गुडुलपेट से कर्नाटक में दाखिल हुई है।
कांग्रेस के रणनीतिकारों ने कर्नाटक पर विशेष रूप से फोकस किया है और इस राज्य में भारत जोड़ो यात्रा 21 दिनों तक रहेगी। इस दौरान कांग्रेसी नेता करीब 511 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे। कर्नाटक में इस यात्रा का कार्यक्रम चामराजानगर, मैसूर, मंड्या तुमाकुरु, चित्रदुर्ग, बल्लारी और रायचूर जिलों में रखा गया है।
दरअसल कर्नाटक का चुनाव इस बार कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दक्षिण भारत पर कांग्रेस की मजबूत पकड़ रही है और पार्टी कर्नाटक में एक बार फिर सत्ता हासिल करके इस पकड़ को और मजबूत बनाना चाहती है।
कर्नाटक से गांधी परिवार का गहरा कनेक्शन
कर्नाटक में अगले साल प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने भी पूरी ताकत लगा रखी है। सियासी जानकारों का मानना है कि इस यात्रा के बाद भाजपा को कांग्रेस की कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। सियासी जानकारों का मानना है कि भाजपा शासित राज्य में सोनिया गांधी का भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होना भाजपा को कड़ी चुनौती का संदेश है है।
कर्नाटक से गांधी परिवार का गहरा कनेक्शन रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1980 में कर्नाटक की चिकम॔गलूर सीट से चुनाव लड़ा था। सोनिया गांधी भी 1999 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक की बेल्लारी सीट से चुनाव मैदान में उतरी थीं। इस चुनाव में सोनिया गांधी ने भाजपा की तेजतर्रार नेता सुषमा स्वराज को 56 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था।