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गुजरात चुनाव : तो क्या कांग्रेस और हार्दिक का 'मधुमास' समाप्त ?

Rishi
Published on: 19 Nov 2017 2:50 PM IST
गुजरात चुनाव : तो क्या कांग्रेस और हार्दिक का मधुमास समाप्त ?
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गांधीनगर : गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुआ कांग्रेस और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का मधुमास लगता है समाप्त होने को है। सूत्र तो कुछ ऐसा ही इशारा कर रहे हैं। दिसंबर में मतदान होना है और अभीतक हार्दिक और कांग्रेस के बीच सीटों और पाटीदारों की भागीदारी को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई। भले ही आज हार्दिक ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया हो। लेकिन पाटीदार अनामत आंदोलन समिति और कांग्रेस प्रतिनिधि कोई ऐसा फार्मूला इजाद नहीं कर सके हैं, जिसपर सभी एकमत हों।

सूत्रों के मुताबिक हार्दिक अहमदाबाद, उत्तरी गुजरात, सौराष्ट्र की 9 सीटों पर दावेदारी ठोक रहे हैं। लेकिन पार्टी सिर्फ चार देने का मन बना चुकी है। अनामत समिति और हार्दिक 9 से कम पर समझौता करने को तैयार नहीं है। समिति के कर्ताधर्ता अब कांग्रेस लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद ही वो कोई निर्णय लेंगे।

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सूत्र कहते हैं कि आरंभ में जब कांग्रेस नेताओं की हार्दिक के साथ मीटिंग हुई,, तो उन्होंने एक दो शर्तों को छोड़ बाकी पर अपनी सहमति दे दी थी। इसके बाद हार्दिक की टीम ने राज्य में कांग्रेस का प्रचार आरंभ कर दिया। जहां भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गए वहां पाटीदारों ने हजारों की संख्या में पहुंच जनसभा और रोड शो को सफल बनाया।

वहीं कांग्रेस के एक बड़े नेता ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा, राहुल की बदली स्टाइल के बाद हमें गुजरात में ज़बरदस्त समर्थन मिल रहा है। हम पिछले चुनाव से अधिक सीट जीतने वाले हैं। पाटीदार नेता बेवजह दबाव बना रहे हैं। उनकी सभी जायज मांगों को पूरा किया जा चुका है। उनके हार्दिक की कथित सीडी आने के बाद पार्टी अपने हाथ पीछे खींच रही हैं। ये सही भी है, क्योंकि राहुल ने जो माहौल बनाया है वो सीडी की बलि चढ़ जाएगा।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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