TRENDING TAGS :
Congress को हासिल करना होगा पुराना वोट बैंक… शशि थरूर बोले-20 फीसदी के आंकड़े से बाहर निकलने का यही रास्ता
Shashi Tharoor: देश में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा के उभार के बाद कांग्रेस लगातार कमजोर पड़ी है। गुजरात में कांग्रेस के 84वें अधिवेशन के दौरान पार्टी नेताओं ने एक बार फिर कांग्रेस को मजबूत बनाने पर अपने-अपने विचार रखे हैं।
Shashi Tharoor
Shashi Tharoor: देश में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा के उभार के बाद कांग्रेस लगातार कमजोर पड़ी है। गुजरात में कांग्रेस के 84वें अधिवेशन के दौरान पार्टी नेताओं ने एक बार फिर कांग्रेस को मजबूत बनाने पर अपने-अपने विचार रखे हैं। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ओबीसी समुदाय पर पकड़ को मजबूत बनाने पर जोर दिया है। दूसरी ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने जोर देकर कहा कि पार्टी को एक बार फिर उन मतदाताओं को साधना होगा जिनके दम पर पूर्व में पार्टी को सत्ता हासिल होती रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ ताल ठोकने वाले शशि थरूर ने कहा कि पार्टी को मजबूत बनाने के लिए हमें अपने पुराने वोट बैंक की ओर लौटना होगा। 2014 के बाद हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं और इसी तरीके से एक बार फिर अपनी पुरानी ताकत हासिल कर सकती है।
भाजपा से नजदीकी की कयासबाजी के बीच बड़ा बयान
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर को लेकर हाल के दिनों में तरह-तरह के कयास लगाए जाते रहे हैं। उनकी भाजपा से नजदीकी की खबरें भी सामने आती रही है। वे कई मौका पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं और भाजपा के कुछ मंत्रियों के साथ उनकी तस्वीरें भी आती रही है। वैसे शशि थरूर को कांग्रेस का बड़ा चेहरा माना जाता रहा है और उन्होंने पिछले कई लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करके अपनी ताकत दिखाई है।
20 फ़ीसदी के आंकड़े से ऊपर उठने का यही रास्ता
कांग्रेस की बैठक के दौरान शशि थरूर ने कहा कि हमें उन लोगों को पार्टी के साथ वापस जोड़ने पर काम करना होगा जो पिछले तीन लोकसभा चुनावों में हमसे दूर रहे हैं। कांग्रेस को ऐसे मतदाताओं को साधना होगा जिनके दम पर पार्टी अतीत में ताकतवर रही है और सत्ता पर काबिज होती रही है।
यदि पार्टी ऐसे लोगों को अपने साथ जोड़ने में कामयाब हुई तो हम 19-20 फ़ीसदी वोट शेयर के आंकड़े से ऊपर उठ सकेंगे। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि पार्टी कई चुनावों से इस आंकड़े में ही उलझी हुई है। थरूर ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी लगातार संघर्ष कर रही है और अब पार्टी को मजबूत बनाने का सिर्फ यही तरीका बच गया है।
पॉजिटिव विजन रखने पर थरूर का जोर
इसके साथ ही थरूर ने जनता के बीच पार्टी की ओर से पॉजिटिव विजन रखने पर भी जोर दिया। उनका कहना था कि हमें जनता के बीच जाकर यह बताना होगा कि हमारे पास देश के विकास का क्या रोडमैप है। अभी तक हम भाजपा को गलत बताने में जुटे हुए हैं और इस तरह पार्टी की ओर से निगेटिव कैंपेन चलाया जा रहा है। इस अभियान की जगह हमें इस बात पर जोर देना होगा कि यदि हम सत्ता में आए तो हम किस रास्ते पर चलेंगे।
देश के मतदाताओं को लुभाने के लिए पॉजिटिव विजन का रास्ता ज्यादा सटीक होगा। हमें अतीत की बातों को छोड़कर भविष्य की बातों पर फोकस करना चाहिए। मौजूदा समय में हम इतिहास के दौर की पार्टी बनकर रह गए हैं और हमारे नेताओं की ओर से सिर्फ पुरानी बातों को ही दोहराया जाता है। इस तरह पार्टी को ताकत नहीं मिलने वाली है। पार्टी को पुरानी मजबूती दिलाने के लिए हमें सोच और रास्ता बदलना होगा।