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लौट कर बुद्धू घर को आए! पशु वध कानून पर सर्वदलीय बैठक बुलाएगी केरल सरकार

Rishi
Published on: 29 May 2017 3:38 PM IST
लौट कर बुद्धू घर को आए! पशु वध कानून पर सर्वदलीय बैठक बुलाएगी केरल सरकार
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तिरुअनंतपुरम : केरल के कृषि मंत्री वी.एस. सुनीलकुमार ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार पशु वध प्रतिबंध के मुद्दे पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाएगी, जिसकी तिथि बुधवार को घोषित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि राज्य के दोनों मुख्य राजनीतिक मोर्चे पशु वध पर प्रतिबंध का विरोध कर रहे हैं।

सुनीलकुमार ने कहा, "यह राज्य में हजारों किसानों की आजीविका का सवाल है और वे युगों से यही काम करते आ रहे हैं। हम कैबिनेट की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और इसमें आश्चर्य नहीं कि केरल इस नए कानून के खिलाफ कानूनी कदम उठाएगा।"

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इस नए कानून के खिलाफ व्यापक विरोध देखने को मिल रहा है। युवक कांग्रेस इस मुद्दे को राज्य की सड़कों पर ले गई है, लेकिन इस तरह के एक विरोध प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक रूप से एक बैल के सिर को काटने के कारण वह खुद विवादों से घिर गई है।

राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने केरल भर में 300 से अधिक 'गोमांस भोज' का आयोजन किया था, जहां बनाए जाने वाले गोमांस को स्वतंत्र रूप से परोसा गया था।

वन और पशुपालन मंत्री पी. राजू ने कहा कि नया कानून केरल में लागू नहीं हो सकता है। राजू ने सोमवार को कहा, "यह हास्यास्पद कानून है। केरल इसे लागू नहीं कर सकता। हम इससे निपटने के लिए सभी बिंदुओं पर गौर करेंगे।"

वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पशु वध पर केंद्र सरकार के निर्देश को स्वीकार करने वाली एकल पार्टी प्रतीत हो रही है। राज्य में भाजपा महासचिव के. सुरेंद्रन ने कहा, "इस नए कानून को अन्य पार्टियों ने गलत तरीके से लिया है।"

वहीं, कन्नूर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बैल का सिर काटने को लेकर पार्टी विवादों में घिर गई है। पुलिस ने रविवार रात युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस कृत्य की कड़ी निंदा की है।

युवक कांग्रेस के नेता रीगल मकुट्टी और तीन अन्य को इस कृत्य के लिए निलंबित कर दिया गया है। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष एम.एम. हसन ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार को केंद्र के कानून को रद्द करने के लिए विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए।

उन्होंने कहा, "आज हम केंद्र के इस जन-विरोधी कानून के खिलाफ काला दिवस मना रहे हैं। लेकिन कन्नूर में जो हुआ, उसकी हम मंजूरी नहीं देते हैं। इसलिए हमने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है।"

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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