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आर्मी चीफ की नियुक्ति पर कांग्रेस ने पूछा, क्यों नहीं रखा गया वरिष्ठता का ध्यान
नई दिल्लीः केंद्र सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने एक बार फिर सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस ने सरकार से सवाल किया है कि आर्मी चीफ की नियुक्ति में वरिष्ठता का ध्यान क्यों नहीं रखा गया। केंद्र सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को अगला सेना अध्यक्ष बनाया है। इस पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं।
बता दें कि कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने ट्विटर पर आर्मी चीफ की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि क्यों लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी और लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अली हरीज की जगह बिपिन रावत को प्राथमिकता दी गई।
आगे की स्लाइड में पढ़ें मनीष तिवारी का ट्वीट...
क्या कहा कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने?
उन्होंने कहा कि पूर्वी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह के बाद सबसे वरिष्ठ हैं। दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरीज अगले सबसे वरिष्ठ हैं।मनीष ने दावा किया है कि लेफ्टिनेंट जनरल रावत चौथे वरिष्ठ हैं। उन्होंने कहा कि मध्य कमांड के सेना कमान के लेफ्टिनेंट जनरल बीएस नेगी भी रावत से वरिष्ठ हैं।
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क्या कहा सीपीआई (एम) पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने?
वह सशस्त्र बलों से संबंधित मुद्दों पर कभी भी टिप्पणी नहीं करते हैं लेकिन उन्हें ऐसा लगता है कि सरकार देश के प्रमुख संस्थानों के नियमों को बदलने की कोशिश कर रही है। 1983 में लेफ्टिनेंट जनरल एएस वैद्य को थल सेना प्रमुख बनाया गया था, जबकि उनसे वरिष्ठ सेनाधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिन्हा थे।
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