Congress: राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता बने प्रमोद तिवारी, सचेतक की भूमिका निभाएंगी रजनी पाटिल

Congress: कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए बताया कि कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने प्रमोद तिवारी को राज्यसभा में पार्टी का उपनेता और रजनी पाटिल को सचेतक नियुक्त करने को स्वीकृति दी है।

Hariom Dwivedi
Written By Hariom Dwivedi
Published on: 11 March 2023 5:30 PM GMT (Updated on: 11 March 2023 5:23 PM GMT)
Congress Party Appoints Pramod Tiwari as Deputy Leader in Rajya Sabha and Rajani Patil as party whip
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फाइल फोटो- रजनी पाटिल और प्रमोद तिवारी

Congress: कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी को राज्यसभा में उपनेता बनाया है। इससे पहले आनंद शर्मा इस पद पर थे, लेकिन साल 2022 की शुरुआत में उनका राज्यसभा का कार्यकाल पूरा हो गया था, तब से यह पद रिक्त चल रहा था। अब यूपी के दिग्गज कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी को यह जिम्मेदारी दी गई है। उत्तर प्रदेश की राजनीति से ताल्लुक रखने वाले 70 वर्षीय प्रमोद दिवारी राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने उच्च सदन में रजनी पाटिल को सचेतक नियुक्त करने का फैसला किया है।

कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने प्रमोद तिवारी को राज्यसभा में पार्टी का उपनेता और रजनी पाटिल को सचेतक नियुक्त करने को स्वीकृति दी है। इन नियुक्तियों के बारे में राज्यसभा के सभापति (जगदीप धनखड़ ) को सूचित कर दिया गया है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अभी उच्च सदन में पार्टी के नेता प्रतिपक्ष हैं और रमेश मुख्य सचेतक की भूमिका निभाते हैं। प्रमोद तिवारी उत्तर प्रदेश से आते हैं, जबकि रजनी पाटिल महाराष्ट्र से ताल्लुक रखती हैं और वहीं से राज्यसभा सांसद हैं। कांग्रेस ने 13 मार्च से आरम्भ हो रहे बजट सत्र के दूसरे चरण से दो दिन पहले ये नियुक्तियां की है।

प्रमोद तिवारी का राजनीतिक करियर

प्रतापगढ़ की रामपुर खास से प्रमोद तिवारी 10 बार विधानसभा का चुनाव जीते हैं। लगातार 09 बार एक विधानसभा क्षेत्र, एक पार्टी और एक चुनाव निशान से जीत दर्ज करने पर उनका नाम गिनीज बुक ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था। वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में 10वीं बार विधायक बने थे। तीन बार वह राज्यसभा सांसद भी चुने गये। मंत्री भी रहे।

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