TRENDING TAGS :
Congress President Election : 'भारत जोड़ो' से पार्टी तोड़ो तक...
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव से पहले पार्टी दो भागों में बंट गई है। राजस्थान में कांग्रेस का दो गुटों में टूटना नई बात नहीं, पहले भी कांग्रेस के कई राज्यों में बिखरने का इतिहास रहा है।
Congress President Election : देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में 24 साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहे हैं। जिसकी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। एक तरफ जहां पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाल रहे हैं। तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस के कई नेता 'पार्टी तोड़ो अभियान' में जुटे हैं। राजस्थान का सियासी संकट इसी की बानगी है।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव से पहले ही पार्टी दो भागों में बंट गई है। राजस्थान में कांग्रेस का दो गुटों में टूटना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कांग्रेस के अन्य कई राज्यों में बिखरने का इतिहास रहा है। कांग्रेस के टूटने का सिलसिला कर्नाटक से शुरू होकर पंजाब के रास्ते अब राजस्थान पहुंच गया है। राजस्थान में पहला गुट सचिन पायलट (Sachin Pilot) के पक्ष में है जो सचिन को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है। वहीं, दूसरा खेमा सीएम अशोक गहलोत के पक्ष में है, जो सचिन को मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहता है।
अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस को दिया था झटका
पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) ने भी पार्टी का साथ छोड़ दिया। पार्टी छोड़ने के बाद में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद की पंजाब लोक कांग्रेस (Punjab Lok Congress) नाम से पार्टी बना ली, लेकिन नई पार्टी कोई कमाल नहीं कर पाई। स्वयं अमरिंदर सिंह चुनाव हार गए। इसी महीने 19 सितंबर को अमरिंदर सिंह ने अपनी पार्टी का भारतीय जनता पार्टी में विलय कर लिया है।
कर्नाटक में गिरी कांग्रेस-जेडीएस की सरकार
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में कांग्रेस को 78 सीटें और जेडीएस को 37 सीटें मिलीं थी। दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बना ली थी, लेकिन यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाई। करीब 14 महीने की सरकार चलने के बाद में जेडीएस के 17 विधायक टूटकर भाजपा में चले गए। जिसके बाद में कांग्रेस और जेडीएस अपना बहुमत नहीं साबित कर पाए। इस तरह से कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार कर्नाटक में गिर गई।
मध्य प्रदेश में गिरी कांग्रेस की सरकार
मध्य प्रदेश में साल 2018 में कांग्रेस की वापसी हुई, लेकिन वहां भी सरकार ज्यादा नहीं चल सकी। दो साल बाद 2020 ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बगावत कर दी। और अपने समर्थक विधायकों के साथ में भाजपा में शामिल हो गए। जिस कारण से मध्यप्रदेश में कांग्रेस बिखर गई और भाजपा की सरकार बन गई।
लगातार पार्टी छोड़ रहे नेता
कांग्रेस पार्टी लगातार कमजोर होती जा रही है। कई बड़े नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं, गुलाम नबी आजाद, मध्य प्रदेश से कांग्रेस के बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल, हार्दिक पटेल, नरेश रावल और राजू परमार, कपिल सिब्बल, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़, पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार, आरपीएन सिंह समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं।