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Rajya Sabha Election 2022: राजस्थान व हरियाणा में क्रॉस वोटिंग की आशंका से डरी कांग्रेस, विधायकों को होटल शिफ्ट करने की तैयारी

Rajya Sabha Election 2022: राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान और हरियाणा में क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है। इसलिए विधायकों को होटलों में शिफ्ट करने की तैयारी है।

Anshuman Tiwari
Published on: 1 Jun 2022 8:45 PM IST
Congress scared of fear of cross voting in Rajasthan and Haryana, preparing to shift MLAs to hotel
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राज्यसभा चुनाव 2022: Photo - Social Media

New Delhi: राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election 2022) में कांग्रेस (Congress) को राजस्थान (Rajasthan) और हरियाणा (Haryana) में क्रॉस वोटिंग (cross voting) का डर सताने लगा है। दोनों ही राज्यों में कांग्रेस के विधायकों को होटलों में शिफ्ट करने की तैयारी है। राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटों पर होने वाले चुनाव में 5 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जबकि हरियाणा की 2 सीटों पर होने वाले चुनाव में 3 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। इन दोनों ही राज्यों में कांग्रेस को अपने विधायकों में सेंधमारी की आशंका सता रही है। विधायकों को एकजुट रखने के लिए होटल में बाड़ेबंदी की तैयारी की जा रही है।

दूसरी ओर भाजपा (BJP) ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को पटखनी देने के लिए कमर कस ली है। पार्टी की ओर से राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक (Karnataka) में प्रभारियों की तैनाती की गई है। भाजपा के इस कदम से साफ हो गया है कि पार्टी कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी में जुट गई है।

राजस्थान में कांग्रेस की एक सीट फंसी

राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटों पर चुनाव हो रहा है और इनमें से कांग्रेस की 2 सीटें पक्की मानी जा रही है दूसरी ओर भाजपा की एक सीट पक्की है। कांग्रेस ने राजस्थान में 3 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं मगर तीसरे प्रत्याशी की जीत के लिए कांग्रेस को निर्दलीयों और दूसरे पार्टियों के विधायकों के समर्थन की जरूरत है। राजस्थान में भाजपा की एक सीट पक्की है मगर उसने निर्दलीय उम्मीदवार मीडिया जगत के दिग्गज सुभाष चंद्र के समर्थन की घोषणा की है। ऐसे में चौथी सीट के लिए कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है।

विधायकों की नाराजगी से क्रॉस वोटिंग का डर

राजस्थान में कांग्रेस के विधायकों में नाराजगी की खबर भी सामने आई है और इस कारण पार्टी को क्रॉस वोटिंग का डर (fear of cross voting) सता रहा है। विधायकों को एकजुट रखने के लिए 3 जून से उदयपुर के होटल में शिफ्ट करने की तैयारी है। कांग्रेस विधायकों को उदयपुर के उसी होटल में रखा जाएगा जहां पिछले दिनों पार्टी का चिंतन शिविर आयोजित किया गया था। राजस्थान में पायलट गुट की बगावत के समय भी विधायकों को होटल में रखकर उन्हें टूटने से बचाने की कोशिश की गई थी। अब राज्यसभा चुनाव में भी वही कदम उठाया जा रहा है।

हरियाणा में भी फंसा पेंच

हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर हो रहे चुनाव में कड़े मुकाबले की बिसात बिछ चुकी है। हरियाणा में कांग्रेस ने अजय माकन (Ajay Maken) को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि भाजपा की ओर से कृष्णपाल पंवार को प्रत्याशी घोषित किया गया है। हरियाणा में कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करके कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कार्तिकेय शर्मा को दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) की पार्टी जजपा के 10 विधायकों का समर्थन हासिल है।

अजय माकन: Photo - Social Media

हरियाणा में जीत हासिल करने के लिए 31 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी को वोट देने के बाद बचे हुए 10 मत भी कार्तिकेय शर्मा को ही मिलना तय है। कांग्रेस को 31 विधायकों का समर्थन हासिल मगर यहां भी कुलदीप बिश्नोई समेत कई विधायक पार्टी से नाराज बताया जा रहा है।

ऐसे में कांग्रेस को खेल बिगड़ने का डर सताने लगा है। इसी कारण कांग्रेस विधायकों को हरियाणा की सीमा से सटे राजस्थान के इलाके में स्थित किसी होटल में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। 2016 के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग की वजह से हार का मुंह देखना पड़ा था। उस समय निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा ने कांग्रेस प्रत्याशी आर के आनंद को हरा दिया था।

चार राज्यों में भाजपा प्रभारी नियुक्त

इस बीच भाजपा ने चार राज्यों में कांग्रेस को झटका देने के लिए प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) को राजस्थान का प्रभारी बनाया गया है जबकि गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के प्रभारी बनाए गए हैं। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को महाराष्ट्र का प्रभारी नियुक्त किया गया है जबकि जी किशन रेड्डी कर्नाटक में प्रभारी होंगे। भाजपा के इस कदम से साफ हो गया है कि पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को झटका देने की पूरी तैयारी कर ली है।



Shashi kant gautam

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