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सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ कांग्रेस लायेगी अविश्वास प्रस्ताव, सपा-तृणमूल कर सकती है समर्थन
अविश्वास प्रस्ताव अगले एक से दो दिन में सदन में लाया जा सकता है और तकरीबन 70 राज्यसभा के सदस्यों ने अभी तक प्रस्ताव पर अपनी सहमति देते हुये हस्ताक्षर भी कर दिये हैं।
राज्यसभा में हो रहे भारी हंगामे के बीच कांग्रेस सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ जल्द ही सदन में अविश्वास प्रस्ताव लायेगी। समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस का समर्थन मिलने की भी काफी संभावना है। अविश्वास प्रस्ताव अगले एक से दो दिन में सदन में लाया जा सकता है और तकरीबन 70 राज्यसभा के सदस्यों ने अभी तक प्रस्ताव पर अपनी सहमति देते हुये हस्ताक्षर भी कर दिये हैं।
नौ दिसंबर को राज्यसभा में जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर हंगामे के दौरान सभापति धनखड़ के व्यवहार को देखते हुए कांग्रेस उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। जॉर्ज सोरोस से जुड़े मुद्दे पर जिस तरह से राज्यसभा में हंगामा हुआ उसे लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के अन्य दल के सदस्य सभापति जगदीप धनखड़ से काफी नाराज बताए जा रहे हैं.
सभापति पर लग रहा पक्षपात का आरोप
संसद के शीतकालीन सत्र के राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। विपक्षी सांसदों की ओर से बार-बार सभापति पर पक्षपात करने का आरोप लगाया जा रहा है। विपक्ष द्वारा उन पर सदन में पक्षपातपूर्ण रवैया अपना के काम करने का आरोप लगाया है। विपक्षी पार्टियां संविधान के अनुच्छेद 67(बी) के तहत अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगी। इंडिया गठबंधन की सभी पार्टियों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में प्रस्तवा का समर्थन कर सकती हैं।
जॉर्ज सोरोस को लेकर राज्यसभा में भारी हंगामा
सोमवार को राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच भारी हंगामा हुआ, जिसके कारण सदन की कार्यवाही को तीन बार स्थगित करना पड़ा। आखिरकार, दोपहर करीब 3 बजकर 10 मिनट पर पूरे दिन के लिए कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर विदेशी संगठनों के जरिए देश की सरकार और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुये इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। वहीं, में विपक्ष ने अडानी समूह से जुड़े मुद्दे को उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।