×

CM से मांगी मौत: खून से लिखा पत्र भेजा, सरकार के खिलाफ उन्होंने खोला मोर्चा

स्वास्थ्य कर्मी सोमवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर में आधी रोटी और थाली के साथ प्रदर्शन कर अपना विरोध जताएंगे। संविदा को अभिशाप मानते हुए राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इच्छामृत्यु की अनुमति देने की अपील भी करेंगे।

Newstrack
Published on: 31 Aug 2020 12:15 PM IST
CM से मांगी मौत: खून से लिखा पत्र भेजा, सरकार के खिलाफ उन्होंने खोला मोर्चा
X
CM से मांगी मौत: खून से लिखा पत्र भेजा, सरकार के खिलाफ उन्होंने खोला मोर्चा

भोपाल: संविदा पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारीयों ने मध्य प्रदेश सरकार को खून से पत्र लिखा है। कर्मियों ने मध्य प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। बता दें कि स्वास्थ्य कर्मी सोमवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर में आधी रोटी और थाली के साथ प्रदर्शन कर अपना विरोध जताएंगे। संविदा को अभिशाप मानते हुए राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इच्छामृत्यु की अनुमति देने की अपील भी करेंगे।

रेगुलर कर्मचारी को पूरी थाली सजाकर दी जा रही है

स्वास्थ्य कर्मचारीयों ने राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पोस्टकार्ड पर अपने खून से लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है। कर्मचारियों का आरोप है कि रेगुलर कर्मचारी को पूरी थाली सजाकर दी जा रही है और उन्हें थाली में आधी रोटी दी जा रही है। इसलिए इन्हें प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ रहा है, ताकि सरकार मामले पर ध्यान दे।

Contract Health employees wrote letter to CM-3

पोस्टकार्ड पर अपने खून से लिखा खत

कोरोना के खिलाफ जो स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात काम कर रहे प्रदेश भर के 19 हज़ार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल होंगे। संविदा चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, एनएम, ऑपरेटर आयुष, एड्स, टीबी परियोजना के समस्त कर्मचारी थाली में आधी रोटी के साथ प्रदर्शन करेंगे और पोस्टकार्ड पर अपने खून से राज्यपाल और मुख्यमंत्री से अपनी मांगों पर समर्थन मागेंगे। जेपी अस्पताल में भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी आधी रोटी और थाली लेकर प्रदर्शन करेंगे।

ये भी देखें: भारत-चीन सैनिकों में फिर झड़प: आर्मी ने PLA की घुसपैठ से रोका, LAC पर तनाव

संविदा पर काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मीयों की ये हैं मांगे

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष सौरभ सिंह चौहान ने बताया कि नियमितीकरण न किए जाने एवं 5 जून 2018 सामान्य प्रशासन की संविदा नीति, नियमित समकक्ष पद 90 प्रतिशत वेतनमान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में 2 साल बीत जाने के बाद भी लागू न होने से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश है।

Contract Health employees wrote letter to CM

ये भी देखें:शादी का झांसा देकर करता रहा युवती का शोषण, अब पहुंचा जेल

कोविड-19 में ड्यूटी के दौरान शहीद संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोई सहायता नहीं मिली

कोविड-19 में ड्यूटी के दौरान 6 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हुई आकस्मिक मृत्यु, स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश सरकार द्वारा किसी भी शहीद कोरोना योद्धा के परिवार को 50 लाख रुपए व अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी गई। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री कोविड 19 कल्याण योजना से भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को वंचित रखा गया है। इसलिए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ प्रदर्शन कर रहे हैं और अगर प्रदर्शन के बाद भी सरकार ने जल्द इनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो इनका आंदोलन सड़क पर उतरेगा।



Newstrack

Newstrack

Next Story