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कोरोना वैक्सीनेशनः क्या है रफ्तार, सबको टीका लगने में लगेगा कितना समय
हालांकि कोरोना टीके की दूसरी डोज में तेजी दिखाई दे रही है। मार्च महीने के पहले 17 दिनों में 40,86,218 लोगों को टीका दिया गया है। यानि कि प्रत्येक दिन दिन का औसत निकाला जाए
नई दिल्ली : कोविड-19 के वैक्सीनेशन को लेकर ज़्यादातर लोगों के मन एक ही सवाल है? आखिर, टीका लगवाने की मेरी बारी कब आएगी। क्योंकि कोविड-19 के ख़िलाफ़ वैक्सीनेशन पूरी दुनिया के लिए ज़िंदगी और मौत का सवाल बन चुका है।
सरकारों के विरोधाभासी वादे
कुछ देशों ने वैक्सीनेशन का एक निश्चित लक्ष्य निर्धारित कर लिया है लेकिन बाकी दुनिया में इसे लेकर तस्वीर बहुत ज़्यादा साफ़ नहीं दिखती। वैक्सीनेशन की यह कवायद आसान नहीं है। इससे कई चीजें जुड़ी हैं। इस पूरी जद्दोजहद में जटिल वैज्ञानिक प्रक्रियाएं, बहुराष्ट्रीय कंपनियां और तमाम सरकारों के विरोधाभासी वादे जुड़े हैं। बड़े पैमाने पर नौकरशाही शामिल है और नियम-क़ानूनों का भी भारी दबाव है। यह सीधा-सरल मामला नहीं है।
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वैक्सीनेसन की रफ्तार में तेजी
बता दें कि मार्च महीने के पहले 17 दिनों में 1,87,55,540 लोगों को कोरोना की पहली डोज दी गई है। अगर इसी तरह चलता रहा तो भारत की 70 प्रतिशत आबादी को टीका लगवाने में 2.36 साल लग जाएंगे। दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भारत में 18 मार्च 2021 तक 3.06 करोड़ लोगों को पहला डोज दिया गया है।
70 प्रतिशत आबादी
हालांकि भारत की की कुल आबादी (135.5 करोड़) का यह मात्र 2.3 प्रतिशत ही है। जबकि दोनों डोज लेने वाले लोगों का कुल प्रतिशत महज 0.5 प्रतिशत है। अगर इसी रफ्तार से टीकाकरण होता रहा तो 70 प्रतिशत आबादी को वैक्सीनेशन कराने में 10.8 साल लग जाएंगे।
टीके की डोज
हालांकि कोरोना टीके की दूसरी डोज में तेजी दिखाई दे रही है। मार्च महीने के पहले 17 दिनों में 40,86,218 लोगों को टीका दिया गया है। यानि कि प्रत्येक दिन दिन का औसत निकाला जाए तो रोजाना 2,40,365.8 डोज दिए गए हैं। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में अगर तेजी नहीं लाई गई तो भारत की 70 प्रतिशत आबादी को दोनों डोज देने में 10.8 साल लग जाएंगे और पूरी आबादी कवर करने में 15.4 साल लगेंगे एक मार्च को 1,18,45,217 लोगों ने पहला डोज लिया, जबकि 24,56,250 लोगों ने दूसरा डोज। 12 मार्च तक की बात करें तो 3,06,00,787 लोगों ने पहला डोज लिया जबकि ... 65,42,468 लोगों ने दूसरा डोज। पिछले 17 दिनों में 1,87,55,540 लोगों ने कोरोना टीके के पहला डोज लिया. जबकि 40,86,218 लोगों ने दूसरा डोज लिया। प्रत्येक दिन का औसत निकाला जाए तो 11,03,267.1 लोगों ने पहला डोज लिया जबकि 2,40,365.8 लोगों ने दूसरा डोज लिया।
1,87,55,540 लोगों को कोरोना के टीके
स्वास्थ मंत्रालय के मुताबिक 17 मार्च तक भारत में 1,87,55,
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दुनिया में अभी 7.7 अरब लोगों को कोविड का टीका लगाया जाना है।इस बड़े पैमाने पर टीकाकरण की कोशिश अब से पहले कभी नहीं हुई है।ऐसे में सरकारों को वैक्सीन के बारे में लोगों के प्रति ईमानदार रहने की कोशिश करनी चाहिए। उन्हें लोगों को यह बताना चाहिए कि इस वक्त वैक्सीनेशन की क्या संभावना है। किसी सरकार के लिए यह कहना काफी कठिन है कि हम कई सालों तक वैक्सीनेशन के बाद भी पूरी आबादी को कवर नहीं कर पाएंगे।