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Corona Virus: कोरोना वैक्सीनों और लॉकडाउन ने भारत में बचाई 34 लाख लोगों की जान

Corona Virus: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस के वर्किंग पेपर के अनुसार, भारत में कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम 34 लाख लोगों की जान बचाने और नुकसान को रोककर 15.4 बिलियन डॉलर का शुद्ध आर्थिक लाभ बनाने में सक्षम रहा।

Neel Mani Lal
Published on: 25 Feb 2023 11:27 AM IST (Updated on: 25 Feb 2023 11:33 AM IST)
Corona Virus in India
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Corona Virus in India (Photo: Social Media)

Corona Virus: भारत में कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम और लॉकडाउन के चलते 34 लाख लोगों की जान बचाई जा सकी है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस के वर्किंग पेपर के अनुसार, भारत में कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम 34 लाख लोगों की जान बचाने और नुकसान को रोककर 15.4 बिलियन डॉलर का शुद्ध आर्थिक लाभ बनाने में सक्षम रहा। ये रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया द्वारा विश्वविद्यालय में "द इंडिया डायलॉग" में अपने वर्चुअल संबोधन के दौरान जारी की गई।

दुनिया का सबसे बड़ा अभियान

संबोधन के दौरान, मंडाविया ने कहा कि भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया, जिसमें 12 वर्ष से ऊपर के 2.2 अरब से ज्यादा लोगों को टीका दिया गया। इसमें पहली खुराक का 97 फीसदी और दूसरी खुराक का 90 फीसदी लोगों में कवरेज रहा है।

समान कवरेज

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीकाकरण अभियान सभी के लिए समान कवरेज पर केंद्रित था, इसलिए सभी नागरिकों को टीके मुफ्त प्रदान किए गए। अभियान और डिजिटल उपकरण जैसे 'हर घर दस्तक', मोबाइल टीकाकरण टीमों के साथ-साथ को-विन वैक्सीन प्रबंधन प्लेटफॉर्म की शुरुआत को अंतिम-मील वितरण सुनिश्चित करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा कि ये सफलता गलत सूचना से उपजे भय को दूर करने और प्रबंधन पर निर्भर करती है।

टीकाकरण से फायदा

रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण ने 18.3 बिलियन डॉलर के कुल नुकसान को रोका। टीकाकरण अभियान की लागत के हिसाब से शुद्ध लाभ 15.4 बिलियन डॉलर का रहा। रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि टीकाकरण के लाभ इसकी लागत से अधिक हैं और सुझाव दिया कि टीकाकरण को केवल एक स्वास्थ्य हस्तक्षेप के विपरीत एक व्यापक आर्थिक स्थिरीकरण संकेतक माना जाना चाहिए। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि देश में टीकों के विकास और निर्माण से सरकार को बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाने और स्वास्थ्य प्रणालियों पर बोझ कम करने में मदद मिली है।

लॉकडाउन का लाभ

रिपोर्ट में कहा गया है कि समय पर लॉकडाउन ने 1,00,000 से 20 लाख मौतों को रोकने में मदद की जो इसके बिना होतीं। लॉकडाउन देश में संक्रमण के चरम को सितंबर 2020 तक धकेलने में सक्षम रहा था, जिससे स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए आवश्यक समय मिल गया।

केरल का उदाहरण

केरल का उदाहरण देते हुए, रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, मास टेस्टिंग, होम क्वारंटाइन, आवश्यक चिकित्सा उपकरणों का वितरण, स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में सुधार और केंद्र, राज्य और जिला स्तर पर हितधारकों के बीच निरंतर समन्वय जैसे उपायों ने महामारी के प्रबंधन में मदद की। देश में क्षेत्रीय विषमताओं को देखते हुए, उचित निर्णय लेने के लिए राज्यों द्वारा लागू रणनीतियों के विभिन्न चरणों के दौरान महामारी बढ़ने की दर का जायजा पाने के लिए उप-राष्ट्रीय स्तर की रणनीतियों पर गौर करना आवश्यक है।



Prashant Dixit

Prashant Dixit

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