TRENDING TAGS :
Coronavirus in India: सावधान! नए रूप में आया कोरोना
Omicron Sub Variant: भारत में भी नए सब-वेरियंट्स के मामले सामने आने लगे हैं जिसके चलते सरकार ने गहन निगरानी और सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
Omicron Sub Variant Alert India: कोरोना महामारी का ओवरआल कहर अब थम गया सा प्रतीत होता है। लेकिन इस वायरस के नए वेरियंट्स और उनके कारण तेजी से बढ़ते जा रहे संक्रमणों ने गहरी चिंता पैदा कर दी है। नए मामले ओमीक्रान के नए सब-वेरियंट्स के चलते आ रहे हैं जिन्होंने सर्दियों के मौसम के आने के साथ चीन और पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में पैर पसार लिए हैं और अब अमेरिका में भी इसकी दस्तक है। नए सब-वेरियंट्स के साथ सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि ये वैक्सीनों और कोरोना जनित इम्यूनिटी को चकमा देने में सक्षम हैं और मरीजों में कई-कई बार संक्रमण हो जा रहा है। परेशानी की बात ये भी है कि भारत में भी नए सब-वेरियंट्स के मामले सामने आने लगे हैं जिसके चलते सरकार ने गहन निगरानी और सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
एक्सपर्ट्स ने चेताया
वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ रणदीप गुलेरिया ने ओमीक्रान के सब-वेरियंट्स के मद्देनजर सावधानी बरतने की अपील की है। एम्स, दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ गुलेरिया ने मास्क लगाने की सलाह देने के अलावा उच्च जोखिम वाले समूहों और बुजुर्गों से संक्रमण फैलने के जोखिम के कारण बाहर जाने से बचने का आग्रह किया। उन्होंने कहा - अगर आप बाहर जा रहे हैं और खासकर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर, तो आपको मास्क पहनना चाहिए। उच्च जोखिम वाले समूहों, बुजुर्गों को बाहर जाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण फैलने की संभावना अधिक होती है।
डब्लूएचओ ने चिंता जताई
बीक्यू.1.1, बीक्यू.1, बीक्यू.1.3, बीए.2.3.20 और एक्सबीबी के रूप में पहचाने जाने वाले सब-वेरिएंट मुख्य ओमीक्रान वंश के सबसे तेजी से फैलने वाले सदस्य हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 19 अक्टूबर की एक रिपोर्ट में कहा है कि इनमें से 'एक्सबीबी' अब तक पहचाना गया सबसे अधिक एंटीबॉडी-प्रतिरोधी कोरोना वायरस का प्रकार है। एजेंसी ने कहा है कि बीमारी की गंभीरता में अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। यूके ने कहा है कि उपलब्ध डेटा के आधार पर, बीक्यू, बीए.2.75.2 और बीएफ.7 प्रतिरक्षा क्षमता के कारण सबसे अधिक चिंताजनक हैं। वहीं अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कण्ट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि बीएफ.7 अमेरिका में बढ़त हासिल कर रहा है। दूसरी ओर एक्सबीबी स्ट्रेन सिंगापुर सहित एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों में आधे से अधिक कोरोना संक्रमणों के लिए जिम्मेदार पाया गया है। सिंगापुर के स्वस्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि नवंबर के मध्य में और संभवत: पुन: संक्रमण में वृद्धि हो सकती है, जो सभी नए मामलों का लगभग 17 फीसदी है।
टेस्टिंग और रिपोर्टिंग में कमी
जहाँ तक पूरी दुनिया की बात है तो पिछले सप्ताह में ही कोरोना के 30 लाख से अधिक मामले सामने आए, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि असली संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है। डब्ल्यूएचओ की कोरोना तकनीकी प्रमुख डॉ मारिया वान केरखोव का कहना है कि परीक्षण और रिपोर्टिंग में गिरावट के कारण मामलों की सही संख्या काफी ज्यादा होने की संभावना है। एक्सबीबी और अन्य ओमीक्रान वेरिएंट पर टिप्पणी करते हुए वान केरखोव ने कहा कि ओमीक्रान के 300 से अधिक सब वेरियंट्स अभी विश्व स्तर पर घूम रहे हैं जिन्हें डब्लूएचओ और उसके भागीदार ट्रैक कर रहे हैं।
चीन का हाल
ओमीक्रान का बीएफ 7 स्ट्रेन अत्यधिक संक्रामक माना जाता है और इसमंन अधिक संचरण क्षमता होती है। चीन में मंगोलिया के एक क्षेत्र से उभरने के बाद बीए.5.1.7 और बीएफ 7, दुनिया के अन्य हिस्सों में अपना रास्ता बना रहे हैं और एक नया खतरा पैदा कर रहे हैं। समझा जाता है कि चीन में हाल में कोरोना मामलों में उछाल के पीछे बीएफ.7 और बीए 5.1.7 का हाथ है।
चीन में राजधानी बीजिंग में हफ्ते भर के भीतर कोरोना के केस चार गुना बढ़ गए हैं। स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए अपनी जीरो कोरोना नीति को आगे बढ़ाते हुए स्कूल, जिम, रेस्तरां, पब, आदि बंद कर दिए गए हैं और कई इलाकों में सख्त लॉकडाउन कर दिया गया है।
भारत में चेतावनी
भारत के तीन राज्यों में ओमीक्रान वेरिएंट के कुछ सब-वेरिएंट, साथ ही अन्य देशों में केस बढ़ने के लिए जिम्मेदार रीकॉम्बिनेंट वेरिएंट का पता चला है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक में नए सब-वेरिएंट का पता चला है। सकारात्मक नमूनों की सीक्वेंसिंग के बाद कम से कम पांच या छह नए सब-वेरियंट्स का पता चला है। बीए 232, एक्सबीबी, बीए 2.75 और बीए 2.1 के कुछ कॉम्बिनेशन पॉजिटिव सैंपल की सीक्वेंसिंग के बाद पाए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में देश में कोरोना महामारी की स्थिति, टीकाकरण अभियान की स्थिति और कोरोना के नए रूपों के साथ वैश्विक परिदृश्य की समीक्षा के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी।मंडाविया ने अधिकारियों को देश भर में निगरानी पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि नए ओमीक्रान वेरिएंट के उभरने के साथ कई देशों में मामलों में भारी वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने विशेष रूप से आगामी त्योहारों के मौसम को देखते हुए कोरोना उपयुक्त व्यवहार के निरंतर कार्यान्वयन के लिए सामुदायिक जागरूकता की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
वर्तमान में तीन पहलुओं की निगरानी की जा रही है - अस्पताल में भर्ती, आईसीयू में प्रवेश और मृत्यु दर में वृद्धि। साथ ही अधिकारियों ने बताया है कि भारत में अब तक खोजे गए वेरिएंट गंभीर बीमारी से जुड़े नहीं हैं, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है। चीन की स्थिति की भारत के साथ तुलना नहीं की जा सकती क्योंकि वहां कोरोना से निपटने के लिए एक अलग दृष्टिकोण का पालन किया जाता है।
हैरानी की बात है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मास्क लगाने और कोरोना-उपयुक्त व्यवहार करने पर जोर दिया है लेकिन दिल्ली में मास्क लगाने की अनिवार्यता खत्म कर दी गयी है। दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये का जुर्माना वापस लेने का आदेश जारी किया है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पिछले महीने एक बैठक में कोरोना मामलों में गिरावट के बीच 30 सितंबर के बाद जुर्माना लगाना बंद करने का फैसला किया।