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Parliament Security Lapse Case: कोर्ट ने 4 आरोपियों की रिमांड 15 दिनों के लिए बढ़ाई, संसद की सुरक्षा में अब CISF के जवान तैनात; PM ने बोली बड़ी बात

Parliament Security Lapse Case: संसद सुरक्षा चूक मामले में 13 दिसंबर को गिरफ्तार चार आरोपियों सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम आजाद की सात दिन की रिमांड आज खत्म हो रही थी। दिल्ली पुलिस ने चारों आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। अदालत ने इसमें 15 दिनों का और इजाफा करते हुए 5 जनवरी तक आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेज दिया।

Krishna Chaudhary
Published on: 21 Dec 2023 10:59 AM GMT (Updated on: 21 Dec 2023 11:46 AM GMT)
Court extended the remand of 4 accused for 15 days, now CISF personnel deployed for the security of Parliament
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  कोर्ट ने 4 आरोपियों की रिमांड 15 दिनों के लिए बढ़ाई, संसद की सुरक्षा में अब CISF के जवान तैनात: Photo- Social Media

Parliament Security Lapse Case: संसद सुरक्षा चूक मामले में 13 दिसंबर को गिरफ्तार चार आरोपियों सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम आजाद की सात दिन की रिमांड आज खत्म हो रही थी। दिल्ली पुलिस ने चारों आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। अदालत ने इसमें 15 दिनों का और इजाफा करते हुए 5 जनवरी तक आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेज दिया।

दिल्ली पुलिस की ओर से कोर्ट से 15 दिन की रिमांड मांगी गई थी। पुलिस ने अदालत को बताया कि हमें कुछ सबूत मिले हैं। मामला संवेदनशील होने के कारण ओपन कोर्ट में इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते। जो सबूत मिले हैं, उनका आरोपियों के साथ मिलान करना है। सोशल मीडिया की भी जांच करनी है। यह इतना आसान केस नहीं है, इसमें कई आधार एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। इस मामले से जुड़े डीप रूट का पता लगाना है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि कौन जुड़ा है, कहां से मदद मिली है, ये सब पता लगाना है। पुलिस की इन दलीलों को सुनने के बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने चार आरोपियों को 15 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।

पीएम मोदी ने कहा सुरक्षा जरूरी

पीएम ने सुरक्षा की सेंध पर लोकसभा स्पीकर से उनके दफ्तर में मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर जो भी कठोर कदम उठाने चाहिए, उठाए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने कर्नाटक विधासभा का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आरोपों के जवाब देना होगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के नेताओं से भी मुलाकात की।

संसद भवन में अब CISF के जवान तैनात

13 दिसंबर की घटना के बाद सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को संसद भवन की सुरक्षा में तैनात किया गया है। CISF के पास फिलहाल दिल्ली मेट्रो, हवाई अड्डे, परमाणु ठिकाने और एयरोस्पेस से जुड़े संस्थानों की इमारतों की सुरक्षा का जिम्मा है। संसद भवन की सुरक्षा में CISF के अलावा पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस (PSS), दिल्ली पुलिस और पार्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप (PDG) के जवान भी तैनात रहेंगे।

Photo- Social Media

दो नए लोगों से हो रही पूछताछ

दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा चूक मामले में यूपी और कर्नाटक से दो लोगों को हिरासत में लिया है। 20 दिसंबर की रात को कर्नाटक के बागलकोट के विद्यागिरि से पेशे से इंजीनियर साईंकृष्ण जगाली को हिरासत में लिया गया। जगाली एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है। जगाली की बहन के मुताबिक उसका भाई मनोरंजन डी का कॉलेज के दिनों में रूममेट था।

वहीं, दिल्ली पुलिस ने अतुल कुलश्रेष्ठ नामक एक अन्य शख्स को यूपी के जालौन से मंगलवार को उठाया है। जानकारी के मुताबिक, अतुल सोशल मीडिया पर लखनऊ के सागर शर्मा और संसद सुरक्षा चूक के मास्टमाइंड ललिता झा का कॉमन दोस्त है। दोनों को दिल्ली लाकर यहां पूछताछ हो रही है।

13 दिसंबर को क्या हुआ था ?

13 दिसंबर को संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी थी। सुबह सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी वरिष्ठ नेताओं ने संसद की सुरक्षा करने के दौरान शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद 11 बजे से लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। प्रश्नकाल चल ही रहा था कि अचानक दो शख्स (सागर शर्मा और मनोरंजन डी) दर्शक दीघा से नीचे सदन में कूद गए। आरोपियों ने जूते में छिपाकर लाए कलर स्पे को निकालकर छिड़कना शुरू कर दिया और नारेबाजी करने लगे। सांसद जब उन्हें पकड़ने के लिए आगे बढ़े तो वे इस टेबल से उस टेबल कूदने लगे। आखिरकार सांसदों ने उन्हें पकड़ा लिया और जमकर कूटा। इसके बाद दोनों को सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया।

जब लोकसभा में यह घटना हो रही थी उसी दौरान संसद के बाहर एक महिला और एक पुरूष कनस्तरों से रंगीन गैस का छिड़काव कर रहे थे और नारे लगा रहे थे। दोनों की पहचान हरियाणा की रहने वाली नीलम आजाद और महाराष्ट्र के अमोल शिंदे के रूप में हुई। नीलम को जब पुलिस गिरफ्तार कर ले जा रही थी, तो वह तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगा रही थी। पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में आरोपियों से शुरूआती पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मामला सौंप दिया गया।

14 दिसंबर को घटना का मास्टमाइंड ललित झा ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। संसद के अंदर अराजकता पैदा करने वाले दोनों आरोपी मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा का पास लेकर प्रवेश किए थे। यही वजह है कि विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बना रहा है और बीजेपी सांसद पर कार्रवाई की मांग कर रहा है।

Shashi kant gautam

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