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सावधान! साइबर ठगों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर से ठग लिए करोड़ों रुपये
Cyber Crime: 52 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर से साइबर ठगों ने 2.24 करोड़ रुपये ठग लिए। खुद को दिल्ली कस्टम और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी बताकर उससे ठगी की थी।
Cyber Crime: साइबर अपराध का शिकार अच्छे भले, जानकर लोग भी बन जा रहे हैं। हाई टेक सिटी बंगलुरू के एक 52 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर से साइबर ठगों ने 2.24 करोड़ रुपये ठग लिए। इन ठगों ने खुद को दिल्ली कस्टम और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी बताकर उससे ठगी की थी।
क्या है मामला
ठगों ने 18 मार्च से 27 मार्च के बीच एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर शिवकुमार को फोन कर कहा कि वे कस्टम विभाग से हैं और उक्त इंजीनियर के नाम पर दिल्ली से मलेशिया के लिए भेजे गए एक हवाई पार्सल को दिल्ली हवाई अड्डे पर रोक दिया गया है क्योंकि इसमें 16 पासपोर्ट, 58 बैंक एटीएम कार्ड और 140 ग्राम एक्स्टसी ड्रग की गोलियां भरा हुआ था।
पुलिस ने कहा कि कॉल को कथित तौर पर 'नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो' को स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां एक तथाकथित 'अधिकारी' ने इंजीनियर से स्काइप डाउनलोड करने और ऑनलाइन आने के लिए मजबूर किया। बाद में जालसाजों ने उससे कहा कि अगर वह मामले से छुटकारा पाना चाहता है तो उसे पैसे ट्रांसफर करने चाहिए।
शिवककुमार ने पुलिस को बताया कि उन्होंने रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) और इमीडिएट पेमेंट सर्विस (आईएमपीएस) के जरिए आठ किस्तों में 2.24 करोड़ रुपये का भुगतान किया।
पैसा देने के बाद पीड़ित को 5 अप्रैल को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है और फिर उसने बंगलुरू नॉर्थ ईस्ट साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में अज्ञात धोखेबाजों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत से अब तक नॉर्थ ईस्ट साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन की सीमा में लगभग 25 लोग जालसाजों के शिकार बन चुके हैं और चार करोड़ रुपये से ज्यादा गंवा चुके हैं। ज्यादातर मामलों में ठगी का एक समान तरीका अपनाया गया।
यह घटना बंगलुरू की एक 29 वर्षीय महिला वकील के 14.57 लाख रुपये खोने के बाद सामने आई है, जिसने धोखेबाजों के सामने स्काइप वीडियो कॉन्फ्रेंस पर अपने कपड़े तक उतार दिए थे।