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29 से 31अक्टूबर तक तटीय क्षेत्रों में 'क्यार' का खतरा, हजारों लोगों को निकाला गया सुरक्षित
देश के तटीय क्षेत्रों में ‘क्यार’ का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान क्यार से मछुवारों को बंगाल की दक्षिण पश्चिम खाड़ी में ना जाने का निर्देश दिया है। सोमवार को मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा कि मछुवारों को 29 से 31 अक्टूबर तक मन्नार की खाड़ी,
जयपुर: देश के तटीय क्षेत्रों में ‘क्यार’ का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान क्यार से मछुवारों को बंगाल की दक्षिण पश्चिम खाड़ी में ना जाने का निर्देश दिया है। सोमवार को मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा कि मछुवारों को 29 से 31 अक्टूबर तक मन्नार की खाड़ी, दक्षिण तमिलनाडु तट, मालदीव, लक्षद्वीप, केरल के तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने से बचना चाहिए।
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क्यार अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान है जो भारत के तटवर्ती इलाकों में लगातार प्रभावकारी है। मौसम विभाग के अनुसार इस तुफान से राहत की उम्मीद कम है। गोवा में पर्यटकों को भारी बारिश की वजह से घरों में रहने की सलाह दी है। मछुआरों समुद्र में न जाने की बात की है।
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अभी तक मंगलूरु तट से हजारों लोगों को बंदरगाह से सुरक्षित निकाला गया । इस तूफान क्यार का के आसार महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में भी है। यहां के तटीय जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है।ऐसे में आने वाले कुछ घंटों में इस तूफान के तेज होने और अगले 24 घंटों में और अधिक शक्तिशाली होने की आशंका है।
मौसम विभाग ने बताया था कि हवा की गति 90 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे के बीच हो सकती है। इससे एक दिन पहले मौसम विभाग के मुंबई केन्द्र ने कहा कि अरब सागर में गहरे विक्षोभ के चलते चक्रवाती तूफान क्यार तेज हो गया है।हवा की गति रविवार तक बढ़कर 200 प्रति घंटे की रफ्तार भी हो सकती है। इस्ट-सेंट्रल अरेबियन सागर में समुद्री वातावरण में भी बदलाव देखा जा सकता है।