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दार्जिलिंग : अनिश्चितता, तनाव के बीच हालात हो रहे सामान्य
दार्जिलिंग : पश्चिमोत्तर बंगाल की पहाड़ियों में रविवार को किसी ताजा हिंसा की खबर नहीं है। यहां जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। हालांकि, सोमवार से गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अनिश्चितकालीन बंद के आह्वान के कारण अनिश्चितता बरकरार है। सुरम्य पर्यटक शहर दार्जिलिंग में तनाव के बीच फंस गए कई पर्यटकों ने रविवार को कोलकाता पहुंचकर राहत की सांस ली।
पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता के सियालदह स्टेशन से इन पर्यटकों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए निशुल्क बस सेवा की व्यवस्था की है। एक पर्यटक ने बताया, "हम घर वापस आने पर राहत महसूस कर रहे हैं। पहाड़ों की यह निराशाजनक यात्रा रही क्योंकि हमने बहुत दुखद समय बिताया। यह अनुभव कड़वा रहा और हम वहां डर के साये में रहे। हम वहां किसी भी पर्यटक स्थान पर नहीं जा सकते थे।"
इसी बीच, जीजेएम के महासचिव रोशन गिरि ने दावा किया कि 44 परिवार जो पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए थे, उन्होंने फिर अपनी निष्ठा मोर्चा के प्रति व्यक्त की है। लेकिन, इलाके के तृणमूल कांग्रेस नेता बिन्नी शर्मा ने गिरि के इस दावे को खारिज कर दिया है।
गिरी के अनुसार, "हमारे इस आह्वान के तहत सोमवार से ब्लॉक विकास कार्यालय, प्रखंड कार्यालय, जिलाधीश कार्यालय, बैंक, गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (पहाड़ विकास निकाय) के कार्यालयों सहित सभी केंद्रीय और राज्य सरकार के कार्यालय बंद रहेंगे।"
उन्होंने कहा कि स्कूल, कॉलेज, परिवहन, पर्यटन, होटल, भोजनालय, दुकानें इस बंद के दायरे से बाहर हैं।
एक पर्यटक ने बताया, "यहां अनिश्चितता है। जीजेएम ने हालांकि कहा है कि पर्यटन क्षेत्र बंद के दायरे से बाहर है, लेकिन हमें नहीं पता कि सोमवार से क्या होगा। हम सिलीगुड़ी जाने की योजना बना रहे हैं। कुछ पर्यटक सिक्किम भी जा रहे हैं।"
जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग की अध्यक्षता में शनिवार को हुई जीजेएम की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद पार्टी नेताओं ने एक अलग राज्य गोरखालैंड की मांग को लेकर ममता बनर्जी की अगुवाई वाली राज्य सरकार पर दबाव बढ़ा दिया।
गिरि ने कहा कि बिजली और खदान जैसे राज्य सरकार के राजस्व स्रोत भी बंद के दायरे में होंगे। पुलिस और जीजेएम समर्थकों के बीच संघर्ष के बाद जिला पुलिस ने एक तलाशी अभियान छेड़ा है। दार्जिलिंग सदर पुलिस थाने के एक अधिकारी के मुताबिक, पांच जीजेएम कार्यकर्ताओं को अब तक गिरफ्तार किया गया है। दार्जिलिंग, कलिंपोंग और कुर्सियांग में पूर्व में गश्त करने वाली सैन्य इकाइयां रविवार सुबह नहीं दिखीं।