जेटली की नसीहत! सार्वजनिक जीवन में विश्वसनीयता बनाने की कोशिश करें नेता

Rishi
Published on: 9 Aug 2017 12:54 PM GMT
जेटली की नसीहत! सार्वजनिक जीवन में विश्वसनीयता बनाने की कोशिश करें नेता
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नई दिल्ली : केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि सभी दलों के नेताओं को सार्वजनिक जीवन में विश्वसनीयता बहाल करने की पुरजोर कोशिश करनी चाहिए, जिसमें समय के साथ गिरावट आई है। राज्यसभा में 'भारत छोड़ा आंदोलन' की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित विशेष सत्र के दौरान जेटली ने कहा कि 1942 में जब स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया तो उनकी विश्वसनीयता के कारण ही पूरा देश उनके आंदोलन में शामिल हो गया।

उन्होंने निराशा भरे स्वर में कहा कि लोकसेवकों और संस्थानों की वह विश्वसनीयता अब देखने को नहीं मिलती, जिसे फिर से बहाल करने की जरूरत है।

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जेटली ने कहा, "आज के दौर के सबसे बड़े सवालों में लोकसेवकों की विश्वसनीयता है। आज के दिन सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को यह संकल्प लेना चाहिए कि सार्वजनिक जीवन में और कर विभाग, पुलिस, नगर निगम जैसे सार्वजनिक संस्थानों में जनता की विश्वसनीयता को बहाल किया जाना चाहिए और भय का माहौल खत्म होना चाहिए।"

जेटली ने कहा कि आतंकवाद देश की अखंडता के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है और विभिन्न राजनीतिक खेमों में बंट चुके देश को आतंकवाद के खिलाफ एकसुर में आवाज उठानी चाहिए और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए एक हो जाना चाहिए।

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अप्रत्यक्ष तौर पर आपातकाल का संदर्भ देते हुए जेटली ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र के समक्ष अनेक चुनौतियां आईं, खासकर 70 के दशक में, लेकिन हमारा लोकतंत्र हर चुनौतियों से लड़ता हुआ मजबूत होता गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि न्यायपालिका और विधायिका लोकतंत्र के दो खंभे हैं और उन्हें आपस में उलझने से बचना चाहिए।

जेटली ने कहा, "न्यायपालिका और विधायिका के बीच की लक्ष्मण रेखा की पवित्रता को कायम रखना होगा, जो कई बार धूमिल होती नजर आती है।"

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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