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Delhi Kejriwal Cabinet: सिसोदिया-जैन की जगह कैबिनेट में जगह लेंगे AAP के ये दो दिग्गज, LG के पास भेजा गया नाम
Kejriwal Cabinet: जेल में बंद इन दो पूर्व कैबिनेट मंत्रियों की जगह आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी मारलेना लेंगी। एलजी को प्रस्ताव भी भेज दिया है।
Delhi Cabinet: दिल्ली सरकार से दो पॉवरफुल मंत्रियों के आउट होने के बाद नए चेहरों पर कयासों का बाजार गर्म था। इस बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने कैबिनेट के लिए उन दो चेहरों को ढूंढ लिया है, जो पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की जगह लेंगे। जेल में बंद इन दो पूर्व कैबिनेट मंत्रियों की जगह आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी मारलेना लेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इन दोनों के नाम स्वीकृति के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना के पास भेज दिए हैं।
दरअसल, रविवार को शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने बुलाया था। 8 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिलने के बाद सिसोदिया ने पद से इस्तीफा दे दिया। तिहाड़ जेल में महीनों से बंद एक अन्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी अपना इस्तीफा भेज दिया। जैन की गिरफ्तारी के बाद उनका स्वास्थ्य महकमा सिसोदिया ही संभाल रहे थे।
कौन हैं आतिशी मारलेना?
दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक आतिशी मारलेना आम आदमी पार्टी की तेजतर्रार नेताओं में गिनी जाती हैं। वो आप की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्य और प्रवक्ता भी हैं। 2019 के आम चुनाव में उन्होंने पूर्वी दिल्ली से बीजेपी प्रत्याशी और क्रिकेटर गौतम गंभीर के खिलाफ चुनाव लड़ा था। लेकिन जीत नहीं पाईं। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की सलाहकार के तौर पर काम कर चुकीं आतिशी के बारे में कहा जाता है कि शिक्षा के क्षेत्र में हुए क्रांतिकारी बदलाव में उनका अहम योगदान है।
आतिशी खुद भी पेशे से शिक्षण कार्य से जुड़ी रही हैं। राजनीति में आने से पहले वह आंध्र प्रदेश की ऋषि वैली स्कूल में इतिहास पढ़ाती थीं। उनके पास एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी काम करने का लंबा अनुभव है। पढ़ाई –लिखाई में तेजतर्रार रहीं आतिशी ने दिल्ली विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से शिक्षा हासिल की है। उनके पिता विजय कुमार सिंह डीयू में प्रोफेसर थे।
आतिशी के सरनेम ‘मारलेना ‘ को लेकर काफी विवाद रहा है। आप नेताओं का बीजेपी पर आरोप रहा है कि वो आतिशी को ईसाई बताकर उनके बारे में झूठी अफवाह फैलाते हैं। अधिक विवाद होने के कारण आतिशी को अपने नाम से ‘मारलेना ‘ हटाना पड़ा था। दरअसल, ‘मारलेना ‘ के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। बताया जाता है कि स्कूल के समय में ही आतिशी पर मार्क्स और लेनिन का गहरा प्रभाव था। वह उनसे इतनी प्रभावित थीं कि उन्होंने अपना नाम में मार्क्स और लेनिन को जोड़ कर बनने वाले शब्द ‘मारलेना ‘ को जोड़ दिया था।
कौन हैं सौरभ भारद्वाज ?
आतिशी मारलेना के अलावा सौरभ भारद्वाज भी केजरीवाल सरकार के कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे हैं। भारद्वाज की गिनती भी आप के युवा एवं तेज-तर्रार नेताओं में आती है। राजनीति में आने से पहले वह कंप्यूटर इंजीनियर हुआ करते थे। उन्होंने गुरू गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है।
साल 2013 में उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा था और ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर बीजेपी के दिग्गज नेता अजय कुमार मल्होत्रा को हराया था। तब से अब तक वो लगातार तीन चुनाव जीत चुके हैं। सौरभ भारद्वाज 2013 में बनी आम आदमी पार्टी की पहली सरकार में मंत्री बनाए गए थे। उन्होंने 2019 में विधानसभा सभा में ईवीएम की तरह दिखने वाली एक मशीन को हैक कर दावा किया था कि ईवीएस को हैक किया जा सकता है। हालांकि, जब चुनाव आयोग ने उन्हें दफ्तर आकर ईवीएम हैक करने को कहा तो वो नहीं गए।