Delhi Air Pollution: दिल्ली प्रदूषण बेकाबू, वाहनों पर लगेगा 20000 रुपये का जुर्माना, सख्त कार्रवाई का एलान

Delhi Air Pollution: सरकार लगातार प्रदूषण के प्रकोप को कम करने के लिए कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों के घुसने पर रोक लगा दी गई है।

Krishna Chaudhary
Published on: 6 Nov 2022 3:22 AM GMT
Pollution in Delhi
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Pollution in Delhi: Photo- Social Media

Delhi Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण (Air Pollution) चिंता का सबब बना हुआ है। दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है। ऐसे में सरकार लगातार प्रदूषण के प्रकोप को कम करने के लिए कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों के घुसने पर रोक लगा दी गई है। यह पाबंदी अगले आदेश तक जारी रहेगी।

आदेश के मुताबिक, यदि कोई इसका उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसपर 20 हजार रूपये का जुर्माना लगेगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार के इस आदेश से तकरीबन 5 लाख वाहन प्रभावित होंगे। हालांकि, इस दौरान सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को दिल्ली में एंट्री पर छूट रहेगी। आवश्यक वस्तुओं को ढ़ोने वाले वाहनों को भी रियायत दी गई है।

दिल्ली की सड़कों पर दौड़ेंगी निजी सीएनजी बसें

वाहनों पर प्रतिबंध के कारण दिल्लीवालों को आवाजाही में दिक्कत न हो इसके लिए राज्य सरकार ने 1 हजार निजी सीएनजी बसों को सड़कों पर उतारने का निर्णय लिया है। सरकार डीटीसी के जरिए इन बसों को किराये पर लेकर इसे सार्वजनिक परिवहन सेवाओं से जोड़ेगी। जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में 60 दिनों के लिए किराए पर बस ली जाएगी। इसके बाद फिर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

वायु प्रदूषण पर में मामूली सुधार

दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार दर्ज की गई है। पिछले दिनों के मुकाबले थोड़ा –बहुत सुधार हुआ है। वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी से निकलकर बहुत खराब की श्रेणी में आया है। दिल्ली का समग्र एक्यूआई 339 दर्ज किया गया है जो कि बहुत खराब की श्रेणी में आता है। वहीं, एनसीआर के जिलों में नोएडा की हालत सबसे खराब है। नोएडा में वायु प्रदूषण का स्तर 357 दर्ज किया गया है। वहीं, गाजियाबाद में 322 और ग्रेटर नोएडा में 312 दर्ज किया गया है। बता दें कि दिल्ली में अत्यधिक वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी मरीजों की तादाद अस्पतालों में लगातार बढ़ रही है।

Shashi kant gautam

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