TRENDING TAGS :
Delhi Coaching Incident : दिल्ली कोचिंग हादसे में सरकार ने अब तक क्या-क्या कार्रवाई की? जानिए अपडेट
Delhi Coaching Incident : दिल्ली के राजेन्द्र नगर में राव आईएएस कोचिंग संस्थान में हुए हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। गृह मंत्रालय ने कहा कि जांच समिति हादसे कारणाें की जांच करेगी। इसके साथ ही घटना के लिए कौन जिम्मेदार है, ये भी तय किया जाएगा।
Delhi Coaching Incident : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते शनिवार को राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भर जाने के कारण दो छात्रा सहित तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई थी। ये सभी छात्र सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। इस हादसे के बाद सियासत भी तेज हो गई है। इस मामले की जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कमेटी गठित करने का ऐलान कर दिया है। इस बीच उपराज्यपाल ने हादसे में मारे गए छात्रों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। बता दें कि इस मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दिल्ली के राजेन्द्र नगर में राव आईएएस कोचिंग संस्थान में हुए हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। गृह मंत्रालय ने कहा कि जांच समिति हादसे कारणाें की जांच करेगी। इसके साथ ही घटना के लिए कौन जिम्मेदार है, ये भी तय किया जाएगा। जांच समिति के रिपोर्ट आने के बाद कुछ बदलावों की सिफारिशें भी हो सकती हैं, ताकि इस तरह के हादसे दोबारा न हो। बताया जा रहा है कि ये समिति 30 दिन में रिपोर्ट को सौंपेगी, इसके साथ हर एक पहलू की जांच करेगी। इस समिति के सदस्यों में गृह मंत्रालय के प्रधान सचिव, शहरी विकास मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त सचिव और फायर डिपार्टमेंट के सलाहकार होंगे। इस समिति की अगुवाई गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव करेंगे।
राज्यपाल ने किया मुआवजे का ऐलान
वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कोचिंग हादसे में जान गंवाने छात्र-छात्राओं के परिजनों ने को दस-दस लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने 24 घंटे के अंदर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
अब तक सात लोग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कोचिंग सेंटर के चार जिम्मेदार - तजिंदर सिंह, परविंदर सिंह, हरविंदर सिंह और सरबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही कार ड्राइवर मनुज कथूरिया को भी गिरफ्तार किया गया है। ड्राइवर पर आरोप है कि पानी से भरी सड़क पर एसयूवी लेकर के गया था, जिस वजह से पानी का दबाव बढ़ा और पानी इमारत के बेसमेंट में जा घुसा।हालांकि ड्राइवर के वकील ने कोर्ट में कहा कि किसी की जान लेने का कोई इरादा नहीं था।
पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हालांकि आरोपियों की जमानत याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होनी है। पुलिस ने कोचिंग संस्था के मालिक ओर संयोजक को भी गिरफ्तार कर लिया है। अब इस मामले में गिरफ्तार होने वालों की संख्या सात पहुंच गई है। इन लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
एमसीडी के दो कर्मचारी निलंबित
वहीं, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के एक जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही एक सहायक जूनियर इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है। इन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है।
14 कोचिंग सेंटर सील
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने सोमवार को नेहरू विहार के बर्धमान मॉल के बेसमेंट में चल रहे दृष्टि कोचिंग सेंटर को सील किया है। इसके अलावा नगर निगम ने आईएएस गुरुकुल, प्लूटस एकेडमी, चहल एकेडमी, साई ट्रेडिंग, टॉपर्स एकेडमी, आईएएस सेतु, दैनिक संवाद, करियर पावर, सिविल्स डेली आईएएस, 99 नोट्स, गाइडेंस आईएएस, विद्या गुरु और ‘इजी फॉर आईएएस’ कोचिंग सेंटरों को भी सील करने का काम किया है। एमसीडी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जिन कोचिंग सेंटरों को सील किया गया है, वह सभी नियमों को उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में संचालित हो रहे थे।
दिल्ली पुलिस करेगी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने एमसीडी को पत्र लिखा है। पुलिस अब एमसीडी के अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है कि राव आईएएस कोचिंग को अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी किया गया था या नहीं? इसके साथ नालों से गाद निकालने को लेकर भी पूछताछ कर सकती है। बरसाती नालों से गाद निकालने की जिम्मेदारी एमसीडी की है, ऐसे में क्या राव कोचिंग सेंटर एरिया में गाद निकालने का काम किया गया था।