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Delhi Election Result: दिल्ली में भाजपा की सरकार बनना तय, कौन हैं मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार
Delhi Election Result 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के रुझानों से अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना तय माना जा रहा है। नवीनतम रुझानों के मुताबिक को पार्टी ने 44 सीटों पर बढ़त बना रखी है, जबकि दो सीटों पर पार्टी को जीत हासिल हो चुकी है।
Delhi Election Result 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के रुझानों से अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना तय माना जा रहा है। नवीनतम रुझानों के मुताबिक को पार्टी ने 44 सीटों पर बढ़त बना रखी है जबकि दो सीटों पर पार्टी को जीत हासिल हो चुकी है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी काफी पीछे छूट गई है। कांग्रेस का तो खाता खुलने भी मुश्किल माना जा रहा है। ऐसे में अब सबकी निगाहें इस बात पर लगी हुई हैं कि दिल्ली में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद की अहम जिम्मेदारी किस नेता को सौंप जाएगी।
वैसे भाजपा में मुख्यमंत्री पद को लेकर अनुमान लगाना काफी मुश्किल माना जाता रहा है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में पार्टी नेतृत्व ने नए चेहरों को मौका देकर सबको चौंका दिया था। इसके लिए पार्टी नेतृत्व ने वरिष्ठ नेताओं की दावेदारी को भी नकार दिया था। फिर भी अगर दिल्ली में मजबूत दावेदारों की चर्चा की जाए तो सीएम पद के लिए कई नाम चर्चाओं में हैं
प्रवेश वर्मा
नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर भारी पड़ते दिख रहे हैं। उन्होंने केजरीवाल पर बढ़त बना रखी है। ऐसे में माना जा रहा है कि यदि प्रवेश वर्मा केजरीवाल को चुनाव हराने में कामयाब रहे तो निश्चित रूप से मुख्यमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार बनकर उभरेंगे। प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहब सिंह वर्मा के बेटे हैं और दो बार सांसद रह चुके हैं। ऐसे में उनकी दावेदारी की अनदेखी मुश्किल मानी जा रही है।
वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को भी मुख्यमंत्री पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है। सचदेवा के नेतृत्व में ही भाजपा ने दिल्ली में चुनाव लड़ा है। प्रत्याशियों के चयन और विभिन्न सीटों का समीकरण साधने में भी सचदेवा की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ भी उनके अच्छे रिश्ते रहे हैं। ऐसे में उन्हें भी मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल माना जा रहा है।
मनजिंदर सिंह सिरसा
राजौरी गार्डन विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मनजिंदर सिंह सिरसा को भी मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल माना जा रहा है। विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर सिरसा खुलकर बोलते रहे हैं। उन्हें भाजपा के महत्वपूर्ण चेहरों में गिना जाता रहा है। दिल्ली चुनाव के दौरान भी आप पर हमला करने में उन्होंने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। सिरसा को सीएम बनाकर बीजेपी पंजाब का समीकरण साधने में भी कामयाब हो सकती है। यही कारण है कि सिरसा की दावेदारी भी मजबूत मानी जा रही है।
स्मृति ईरानी
मुख्यमंत्री पद पर फैसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सबको चौंकाते रहे हैं। राजस्थान और मध्य प्रदेश में पार्टी नेतृत्व ने नए चेहरों को मौका देकर सबको चौंका दिया था। ऐसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नाम की भी चर्चा भी सुनी जा रही हैं। स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हराकर सनसनी फैला दी थी। हालांकि 2024 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। स्मृति ईरानी के पास फिलहाल कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं है। ऐसे में पार्टी नेतृत्व उन्हें भी दिल्ली की बागडोर सौंप सकता है।
रमेश बिधूड़ी
कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले रमेश बिधूड़ी को भी सीएम पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है। शुरुआती रुझानों में उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पीछे छोड़ दिया है। रमेश बिधूड़ी भी सांसद रह चुके हैं मगर पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला था। यदि वे कालकाजी विधानसभा सीट पर चुनाव जीतने में कामयाब रहे तो उन्हें भी मजबूत दावेदार के रूप में माना जा रहा है।
दुष्यंत गौतम
दिल्ली की करोलबाग विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले दुष्यंत गौतम भी मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। दुष्यंत गौतम के पक्ष में एक बहुत बड़ी बात यह है कि वे एससी वर्ग से आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि गौतम को दिल्ली की जिम्मेदारी सौंप कर भाजपा अनुसूचित जाति के मतदाताओं का समीकरण साधने का बड़ा प्रयास कर सकती है। यही कारण है कि उनकी गिनती भी मजबूत दावेदारों में की जा रही है।
केंद्रीय नेतृत्व लेगा सीएम पद पर फैसला
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि दिल्ली के चुनाव नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक ही आ रहे हैं। दिल्ली के मतदाताओं ने विकास और भ्रष्टाचार मुक्त मॉडल को चुना है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आस्था जताई है और दिल्ली में अब डबल इंजन की सरकार पूरी ताकत के साथ काम करेगी। मुख्यमंत्री पद को लेकर सवाल पूछे जाने पर सचदेवा ने कहा कि इस बाबत फैसला पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को करना है। केंद्रीय नेतृत्व ही इस संबंध में आखिरी फैसला लेगा।