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Delhi Horse Trading Case : मंत्री आतिशी के OSD ने रिसीव किया नोटिस, दिल्ली पुलिस ने 24 घंटे में मांगा है जवाब
Delhi: क्राइम ब्रांच के अधिकारी आज दिल्ली की शिक्षा मंत्री के घर नोटिस सर्व करने गए थे लेकिन उनके गैरहाजिर होने पर वापस लौट आए।
Delhi Horse Trading Case. दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी इन दिनों एक नए झमेले में फंसती नजर आ रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी का बीजेपी पर आरोप लगाना अब महंगा साबित होता दिख रहा है। बीजेपी की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आप नेताओं द्वारा बीजेपी पर उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश करने के आरोपों की जांच शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस इस मामले में सबूत पेश करने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल को नोटिस थमा चुकी है।
अब उनकी मंत्री आतिशी की बारी है। क्राइम ब्रांच के अधिकारी आज यानी रविवार को दिल्ली की शिक्षा मंत्री के घर नोटिस सर्व करने पहुंचे लेकिन वो मौके पर नहीं मिलीं। क्राइम ब्रांच के अधिकारी आतिशी के ओएसडी को नोटिस थमाने से इनकार करते हुए वापस लौट गए। लेकिन एक घंटे के बाद वे फिर वापस लौटे और उनके ओएसडी दीपक दहिया से नोटिस रिसीव करवाया। शिक्षा मंत्री आतिशी को 5 फरवरी तक यानी 24 घंटे के भीतर नोटिस का जवाब देना है।
दिल्ली पुलिस के एक्शन पर भड़के केजरीवाल
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज हमला बोला है। उन्होंने कहा, मैं झुकने वाला नहीं हूं। आज ये लोग हमारे पीछे पड़े हुए हैं। वे हमें कहते हैं कि भाजपा में शामिल हो जाओ, आपको छोड़ देंगे। मैंने कहा कि मैं भाजपा में शामिल नहीं होऊंगा। हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। कहते हैं कि मनीष सिसोदिया ने घोटाला किया। घोटाले करने वाला सुबह छह बजे उठकर स्कूलों के चक्कर नहीं लगाता। मनीष का कसूर है कि वो अच्छे स्कूल बना रहा था, सत्येंद्र जैन अच्छे अस्पताल बना रहा था। उन्होंने आगे कहा, चाहे केजरीवाल को भी जेल में डाल दो, अच्छे स्कूल बनेंगे तो बनेंगे, अस्पताल बनेंगे तो बनेंगे।
बीजेपी ने केजरीवाल और आतिशी पर बोला हमला
सीएम अरविंद केजरीवाल और मंत्री आतिशी द्वारा दिल्ली पुलिस का नोटिस लेने में आनाकानी करने पर बीजेपी ने हमला बोला है। दिल्ली बीजेपी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "अरविंद केजरीवाल अपने बुने जाल में फंस गए हैं वर्ना आप सोच के देखिए कि अरविंद केजरीवाल ने बयान दिया हो कि मेरे पास सबूत है... लेकिन जब क्राइम ब्रांच घर जाए तो वे अरविंद केजरीवाल अपना ही घर छोड़कर भाग जाएं। इससे पता चलता है कि अरविंद केजरीवाल जो कल तक लोगों को फंसाने के लिए घूमते थे खुद ही फंस गए।
वहीं, आतिशी पर हमला बोलते हुए सिरसा ने कहा कि आतिशी भी केजरीवाल की तरह सबूत होने की बात कह रही थी। अब बीजेपी की शिकायत पर क्राइम ब्रांच शिकायत लेने गई तो आतिशी भी गायब है। न कोई खरीदने वाला था और न कोई बेचने वाला, ईडी से ध्यान हटाने के लिए रचा गया था विधायक खरीदने का जंजाल।
लगातार तीसरे दिन आतिशी के घर पहुंची दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस सबसे पहले शुक्रवार की शाम को सीएम अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री आतिशी के घर नोटिस लेकर पहुंची थी। लेकिन दोनों उस दौरन अपने आवास से नदारद थे। कल यानी शनिवार को एकबार फिर क्राइम ब्रांच के अधिकारी दोनों के घर पहुंचे। सीएम केजरीवाल को नोटिस देने के लिए अधिकारियों को पांच घंटे तक इंतजार करना पड़ा। वहीं, आतिशी कल भी घर पर नहीं मिलीं। पता चला कि वो चंडीगढ़ में हैं, इसके बाद क्राइम ब्रांच के अधिकारी लौट गए और रविवार को फिर आने का फैसला लिया।
केजरीवाल को मिले नोटिस में क्या है ?
दिल्ली पुलिस की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जो नोटिस सर्व किया गया है, उसमें तीन सवालों के जवाब पूछे गए हैं। पहला, जो आरोप लगाए हैं, उसका सबूत दीजिए। दूसरा, सात विधायकों के नाम बताइए और तीसरा जो सबूत है वो दीजिए ताकि उसकी जांच की जा सके।
केजरीवाल के आवास पर हुआ था खूब ड्रामा
शनिवार को सीएम आवास पर नोटिस देने पहुंची दिल्ल पुलिस के अधिकारियों और सीएमओ के अफसरों के बीच लंब समय तक बहस हुई। क्राइम ब्रांच केजरीवाल के हाथ में नोटिस देने पर अड़ी हुई थी जबकि सीएमओ के अधिकारी इसके लिए तैयार नहीं थे। इस पूरी घटना का वीडियो एक्स पर शेयर करते हुए आम आदमी पार्टी ने लिखा, मोदी ने तमाशा करने के लिए केजरीवाल के घर पुलिस भेजी। भाजपाई पुलिस एक सवाल का जवाब भी नहीं दे पाई। किस कानून में लिखा है कि नोटिस केवल मुख्यमंत्री को ही पर्सनली दिया जा सकता है ?
वहीं, क्राइम ब्रांच के नोटिस पर केजरीवाल ने कहा, दिल्ली पुलिस के प्रति मेरी सहानुभूति है। उन्हें अपराध रोकने के बजाय नाटक करने के लिए कहा जा रहा है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी के सात विधायकों को भारतीय जनता पार्टी की ओर से पार्टी छोड़ने के लिए 25-25 करोड़ रूपये की पेशकश की गई है। उनकी सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, केजरीवाल ने अपने उन विधायकों का नाम नहीं लिया, जिन्हें बीजेपी की ओर से रकम की पेशकश की गई थी। दिल्ली सीएम के इस आरोप पर विपक्षी बीजेपी आगबबूला हो गई। पार्टी की दिल्ली यूनिट ने पुलिस कमिश्नर संजीव अरोड़ा के पास शिकायत दर्ज कराते हुए आरोपों की जांच की मांग की।