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अभी-अभी यहां पुलिस ने उपद्रवियों पर जमकर भांजी लाठियां, मची भगदड़, ट्रैफिक ठप

दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हमले का असर अब देश के बाकी शहरों में भी देखा जा रहा है। कोलकाता में सुलेखा मोड़ पर पुलिसकर्मियों और जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच झड़प हो गई।

Aditya Mishra
Published on: 6 Jan 2020 3:27 PM GMT
अभी-अभी यहां पुलिस ने उपद्रवियों पर जमकर भांजी लाठियां, मची भगदड़, ट्रैफिक ठप
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नई दिल्ली: दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हमले का असर अब देश के बाकी शहरों में भी देखा जा रहा है। कोलकाता में सुलेखा मोड़ पर पुलिसकर्मियों और जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच झड़प हो गई।

इसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे पहले कोलकाता में लेफ्ट और बीजेपी के समर्थक आमने-सामने आ गए, जिसके बाद दक्षिणी कोलकाता में ट्रैफिक ठप हो गया है और दोनों के बीच किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी पुलिसबल तैनात किया गया। इलाके में दोनों ही पार्टियों के समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।

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इससे पहले जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि पिछले 4-5 दिनों से आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर्स हमारे आंदोलन को तोड़ने के लिए हिंसा भड़का रहे थे। यह एक सुनियोजित हमला था। वे लोगों को बाहर निकाल-निकालकर हमला कर रहे थे।

आइशी ने कहा कि जेएनयू सिक्योरिटी और हमलावरों के बीच साठ-गांठ थी, जिसकी वजह से उन्होंने हिंसा रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। हमारी मांग है कि यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर को तुरंत हटाया जाए।वहीं दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि क्राइम ब्रांच इस हमले की जांच करेगी।

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पुलिस को हाथ लगे कई अहम सुराग

जेएनयू मामले पर आज दिल्ली पुलिस ने कहा कि क्राइम ब्रांच को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और उस पर काम हो रहा है। दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि ये केस अब क्राइम ब्रांच के पास है। दिल्ली पुलिस ज्वाइंट सीपी वेसर्टन रेंज शालिनी सिंह फैक्ट फाइंट कमेटी की हेड हैं। कोड वर्ड और जो वीडियो क्लिप मिले हैं उनपर जांच चल रही है।

रंधावा ने कहा कि जेएनयू मामले में एफआईआर दर्ज कर दिया गया है जांच जारी है। फुटेज को इकट्ठा किया गया है। कुल 34 लोग कल घायल हुए थे और सभी को एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आम तौर पर, पुलिस की तैनाती केवल एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक में होती है और हाथापाई उससे दूर हुई। सात बजकर 45 मिनट के करीब हमें जेएनयू एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से आग्रह किया गया। तब हमलोग यूनिवर्सिटी के अंदर घुसे और फ्लैग मार्च किया।

Aditya Mishra

Aditya Mishra

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