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Delhi Mayor Salary and Power: मेयर की क्या होती है सैलरी और कितनी होती पावर, जानिए सब कुछ डिटेल में
MCD Mayor: मेयर यानी महापौर किसी भी नगर निगम के प्रमुख को कहा जाता है। किसी एक शहर की बुनियादी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी महापौर के पास होती है।
MCD Mayor Election: दिल्ली में आज यानी शुक्रवार को मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव होना है। मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी ने शैली ओबरॉय को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी की ओर से रेखा गुप्ता मैदान में हैं। वहीं, डिप्टी मेयर के लिए आप ने मोहम्मद इकबाल और बीजेपी ने कमल बागड़ी को उम्मीदवार बनाया है। मेंयर के चुनाव में 273 मेंबर्स वोट डालेंगे। बहुमत का आंकड़ा 133 है। आप के पास 150 तो बीजेपी के पास 113 वोट हैं।
मेयर होता क्या है ?
मेयर यानी महापौर किसी भी नगर निगम के प्रमुख को कहा जाता है। किसी एक शहर की बुनियादी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी महापौर के पास होती है। मेयर अपनी कैबिनेट यानी मेयर इन काउंसिल (एमआईसी) का गठन करते हैं। मेयर का कार्यकाल एक साल के लिए होता है। पांच साल तक प्रत्येक साल निर्वाचित पार्षद नए मेयर का चुनाव करते हैं। मेयर का पद पहला साल महिलाओं के लिए और तीसरा साल एससी वर्ग के लिए आरक्षित है। बाकी के तीन साल किसी भी श्रेणी से आने वाले लोग मेयर बन सकते हैं। दिल्ली के मेयर को 15 हजार रूपये की सैलरी मिलती है। उन्हें नगर निगम की तरफ से आवास और सरकारी गाड़ी भी मुहैया कराई जाती है।
मेयर की ताकत क्या है ?
-नगर निगम के अधिकार से जुड़े कोई भी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र।
-किसी भी फैसले की फाइल उपराज्यपाल या केंद्र के पास भेजने की अनिवार्यता नहीं।
-निगम का सदन ही सर्वोच्च, विधेयक पास कराने के बाद कानून लागू होगा।
-दिल्ली नगर निगम का बजट 14,804 करोड़ रूपये, खर्च करने की स्वतंत्रता।
-निगम के किसी भी कर्मचारी या अधिकारी का तबादला कर सकते हैं।
एमसीडी का क्या है गणित
एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज करते हुए 15 सालों से सत्ता में काबिज भाजपा को बेदखल कर दिया है। 7 दिसंबर को आए परिणाम के मुताबिक, एमसीडी में आप के 134, बीजेपी के 104, कांग्रेस के 9 और अन्य के कोटे से तीन निर्दलीय पार्षद बने हैं। 250 पार्षदों के अलावा 10 सांसद और 14 विधायक मेयर और डिप्टी मेयर के लिए होने वाले मतदान में हिस्सा लेंगे।