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Delhi-Mumbai Expressway: 'जब ऐसी आधुनिक सड़कें बनती हैं, तो देश प्रगति करता है'- दौसा में बोले PM नरेंद्र मोदी
Delhi-Mumbai Expressway: पीएम मोदी ने रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले खंड का उद्घाटन किया। 1,386 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे का पहला खंड 246 किलोमीटर लंबा है।
PM Modi Inaugurate Delhi-Mumbai Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज (12 फरवरी) बहुप्रतीक्षित दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले खंड का उद्घाटन किया। एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। जिसका पहला खंड 246 किलोमीटर लंबा है। इसी का आज प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया। दिल्ली-दौसा-लालसोट (Delhi-Dausa-Lalsot) के बीच का यह खंड दिल्ली से जयपुर के सफर को आसान बनाएगा। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद दिल्ली से जयपुर का 5 घंटे का सफर महज 3 घंटे 30 मिनट में पूरा हो सकेगा।
उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का ये पहला चरण राष्ट्र को समर्पित है। प्रधानमंत्री मोदी बोले, 'दुनिया में ऐसे अनेक अध्ययन हैं, जो बताते हैं कि इंफ्रास्ट्रक्चर (infrastructure) में लगाया गया निवेश उससे भी कहीं अधिक निवेश को आकर्षित करता है। राजस्थान (Rajasthan) में भी हाईवे के लिए बीते सालों में 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक दिए गए हैं। इस वर्ष के आम बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए हमारी सरकार ने 10 लाख करोड़ रुपए का ऐलान किया। इसका लाभ राजस्थान के परिवारों को मिलने वाला है।'
एक्सप्रेस-वे से कई राज्यों को मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री मोदी ने दौसा में उद्घाटन मौके पर कहा, 'दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से हरियाणा, मध्य प्रदेश (MP), राजस्थान (Rajasthan) और महाराष्ट्र (Maharashtra) के लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। साथ-साथ देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए राजस्थान का आकर्षण और बढ़ जाएगा। एक परियोजना के तहत जयपुर से एक्सप्रेस-वे की डायरेक्ट कनेक्टिविटी रहेगी। जिससे जयपुर से दिल्ली (Jaipur to Delhi) तक का सफर और भी कम समय में तय किया जा सकेगा।' उन्होंने कहा, एक्सप्रेस-वे के इर्द-गिर्द हाट बनाए जा रहे हैं। जिससे व्यापार में वृद्धि होगी।
ऐसी अत्याधुनिक सड़कों से होती है देश की प्रगति
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले खंड के उद्घाटन मौके पर दौसा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'जब ऐसी आधुनिक सड़कें बनती हैं, तो देश की प्रगति होती है। आर्थिक विकास होता है। पीएम मोदी ने कहा, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Western Dedicated Freight Corridor) ये राजस्थान और देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने जा रहे हैं। ये परियोजनाएं आने वाले वक़्त में राजस्थान सहित पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल देगा।'
9 सालों में इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा निवेश
पीएम नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि, 'बीते 9 सालों से केंद्र सरकार निरंतर इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत बड़ा निवेश करती आ रही है। आधारभूत ढांचे पर होने वाला निवेश उससे भी अधिक Investment को आकर्षित करता है।'
'मैं दौसा वासियों को बधाई देता हूं'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले फेज को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मुझे बेहद गर्व हो रहा है। ये देश के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक एक्सप्रेस-वे में से एक है। ये एक्सप्रेस-वे विकसित भारत की एक और भव्य तस्वीर पेश करता है। उन्होंने कहा, मैं दौसावासियों और देशवासियों को बधाई देता हूं।'
पनियाला-अलवर-बड़ौदामेव इंटरचेंज का शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी ने आज पनियाला-अलवर-बड़ौदामेव इंटरचेंज एक्सप्रेस-वे (Paniyala-Alwar-Barodameo Interchange Expressway) की लंबाई करीब 89 किलोमीटर है। इसके निर्माण में लागत 3,775 करोड़ रुपए आएगा। ये नेशनल हाईवे- 148 बी कहलाएगा।
CM अशोक गहलोत वर्चुअली जुड़े
राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे उद्घाटन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। उन्होंने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। गहलोत ने कांग्रेस शासनकाल में सड़क व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का धन्यवाद करते हुए कहा कि, 'राजस्थान में काफी काम हुआ है। पीएम का एक राज्य के अंदर कम समय में दूसरा दौरा हो जाए, ये सौभाग्य की बात है।'
गडकरी ने कंट्रोल सेंटर का लिया जायजा
इससे पहले, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) गुरुग्राम के सोहना में बने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे कंट्रोल सेंटर का जायजा लेने पहुंचे। उनके साथ जनरल वीके सिंह भी थे। इस सभी ने कंट्रोल रूम के बारे में एक डेमो के माध्यम से पूरी जानकारी प्राप्त की।
गौरतलब है कि, साल 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद से ही देश में सड़कों का जाल बिछाने का काम जारी है। अब तक कई एक्सप्रेस-वे बन चुके हैं जिसने कम समय में सफर का मजा दोगुना कर दिया। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पूरा होने के बाद 24 घंटे में पूरी होने वाले सफर को महज 12 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे के बीच पड़ने वाले शहरों की दूरी भी अब आसनी से तय की जा सकेगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की क्या है खासियत?
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे कहा जा रहा है। ये राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और व्यापारिक राजधानी मुंबई के बीच संपर्क को बढ़ाएगा। एक्सप्रेस- वे 93 पीएम गति शक्ति टर्मिनल, 13 बंदरगाहों (Ports), आठ प्रमुख हवाई अड्डों (Airports) और 8 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLP) के साथ जेवर हवाई अड्डे (Jewar Airport), नवी मुंबई हवाई अड्डे (Navi Mumbai Airport) और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (Nhava Sheva) जैसे नए आने वाले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को भी जोड़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे एशिया में पहला और दुनिया में दूसरा है जिसमें वन्यजीवों की बिना रोक-टोक आवाजाही की सुविधा के लिए पशु पुल (अंडरपास) की सुविधा है।
जानें कितनी लागत में बनेगा ये एक्सप्रेस-वे?
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) की आधारशिला 9 मार्च 2019 को रखी गई थी। एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। एक्सप्रेस वे का पहला खंड 246 किलोमीटर लंबा है। इसे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड के नाम से भी जाना जाता है। पहले खंड के निर्माण में तक़रीबन 12,150 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है। इस खंड के चालू होने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जयपुर का सफर 5 घंटे से घटकर मात्र 3.5 घंटे हो जाएगा। केंद्र सरकार ने पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को एक बड़ा बढ़ावा मिलने का भी दावा किया है। आपको बता दें, 1,386 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को 98,000 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है।
6 राज्यों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi), हरियाणा (Haryana), राजस्थान (Rajasthan), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), गुजरात (Gujarat) और महाराष्ट्र (Maharashtra) होकर गुजरेगी। कहने का मतलब है कि, ये एक्सप्रेस-वे 6 राज्यों से गुजरने वाली है। यह एक्सप्रेस-वे जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत जैसे आर्थिक केंद्रों से कनेक्टिविटी में सुधार करेगा। इसे मोदी सरकार के बहुप्रतीक्षित योजनाओं में से एक कहा जाता है।
गडकरी ने शेयर किया एक्सप्रेस-वे का 'नाइट व्यू'
इस एक्सप्रेस के उद्घाटन से पहले केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। वीडियो में एक्सप्रेस-वे के नाइट व्यू को दिखाया गया है। इस वीडियो को देखने के बाद बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) हैरान रह गए। उन्होंने Delhi-Mumbai Expressway की तारीफ करते हुए कहा, 'ये किसी जादू से कम नहीं है।' आनंद्र महिंद्रा ने इंफ्रास्ट्रक्चर की जमकर तारीफ की। उन्होंने लिखा, 'अब तक मैं सोच रहा था कि दिन में इस एक्सप्रेस वे पर मैं सफर के लिए निकलूं, लेकिन इस व्यू को देखने के बाद मैंने अपना प्लान चेंज कर दिया है।'