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ट्रैक्टर परेड हिंसा: क्या गिरफ्तार होंगे ये 6 किसान नेता? क्राइम ब्रांच ने किया तलब

संदिग्‍धों को पकड़ने के लिए पुलिस ने जनता से अपील की है कि दंगो के दौरान जिन लोगों ने भी मोबाइल कैमरे से वीडियो बनाए थे वो पुलिस को दें। अब तक पुलिस को 200 से ज्यादा फुटेज मिल चुकी है।

suman
Published on: 29 Jan 2021 5:05 AM GMT
ट्रैक्टर परेड हिंसा: क्या गिरफ्तार होंगे ये 6 किसान नेता? क्राइम ब्रांच ने किया तलब
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आंदोलन में शामिल 6 किसान नेताओं से आज पूछताछ करेगी क्राइम ब्रांच

नई दिल्‍ली 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर के तहत दिल्ली में कई जगहों पर हुई हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस क्राइम ने छह किसान नेताओं को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। उन 6 किसान नेताओं को पूछताछ के लिए बुलाया है। जिन नेताओं को क्राइम ब्रांच में बुलाया गया है उनमें बूटा सिंह बुर्जगिल, दर्शन पाल सिंह, राकेश टिकैत, शमशेर पंधेर, पन्नू पंधेर और सतनाम पन्नू शामिल हैं। इन सभी छह नेताओं को शुक्रवार यानी आज ही क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

हिंसा भड़काने का आरोप

दिल्‍ली पुलिस के मुताबिक इन 6 संदिग्धों को पकड़ने के बाद पूछताछ के आधार पर हिंसा भड़काने में शामिल अन्‍य लोगों की भूमिका का भी पता लगाया जा सकेगा। इन सभी तलाश की जा रही है। दरअसल पुलिस के पास जो तमाम सीसीटीवी फुटेज और वीडियो मौजूद हैं, उन्हीं की जांच के बाद इन 6 उपद्रवियों के बारे में पुलिस को पता चला है। अब इनकी तलाश तेज कर दी गई है।इसके अलावा गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान पुलिस ने 10 फोटोग्राफर और 10 वीडियो कैमरा बाहर से प्राइवेट मंगाए थे।

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दंगे के तमाम वीडियो और फ़ोटो

गणतंत्र दिवस का प्रोग्राम खत्म होने के बाद इन सभी को दंगे के दौरान भी काम पर लगा दिया गया था। दिल्‍ली पुलिस के अधिकारियों ने इन सभी से भी दंगे के तमाम वीडियो और फ़ोटो ले लिए गए हैं। इन फ़ोटो और वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।

kisan andolan after traictor railly-4

200 से ज्यादा फुटेज

संदिग्‍धों को पकड़ने के लिए पुलिस ने जनता से अपील की है कि दंगो के दौरान जिन लोगों ने भी मोबाइल कैमरे से वीडियो बनाए थे वो पुलिस को दें। अब तक पुलिस को 200 से ज्यादा फुटेज मिल चुकी है। जांच के दौरान पुलिस को कुछ किसान नेताओ के वीडियो भी मिले है जो भड़काऊ भाषण दे रहे थे। उनके वीडियो की जांच की जा रही है। आंदोलन जब से शुरू हुआ है तब से लेकर 26 जनवरी तक जितने भी व्हाट्सएप ग्रुप बने हैं, उन सभी की भी जांच की जा रही है।

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मोबाइल टावर से डंप डाटा

दिल्ली में जिन-जिन जगहों पर हिंसा हुई उन सभी इलाकों का डंप डेटा निकाला जा रहा है ताकि आरोपियों को पकड़ने में आसानी हो। डंप डाटा मोबाइल टावर से लिया जाता है, जिसमें हजारों नंबर शामिल होते है। कॉल डिटेल के आधार पर जिन नंबरो पर शक होता है उनकी जांच की जाती है।

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