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सुब्रमण्यन को अब याद आया- खतरनाक और तगड़ा झटका थी नोटबंदी
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन नोटबंदी के सरकारी फैसले पर अभीतक चुप्पी साधे हुए थे, लेकिन अब उन्हें दो साल बाद नोटबंदी का निर्णय क्रूर और मॉनेटरी शॉक नजर आ रहा है। अरविंद कहते हैं, 1000 और 500 के नोट वापस लेने की घोषणा के कारण आर्थिक वृद्धि दर प्रतिकूल असर पड़ा था।
नई दिल्ली : पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन नोटबंदी के सरकारी फैसले पर अभीतक चुप्पी साधे हुए थे, लेकिन अब उन्हें दो साल बाद नोटबंदी का निर्णय क्रूर और मॉनेटरी शॉक नजर आ रहा है। अरविंद कहते हैं, 1000 और 500 के नोट वापस लेने की घोषणा के कारण आर्थिक वृद्धि दर प्रतिकूल असर पड़ा था। उन्होंने कहा, जीडीपी की रफ्तार 8 फीसदी से 6.8 फीसदी पर आ गई।
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पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार के मुताबिक नोटबंदी के कारण जीडीपी ग्रोथ रेट प्रभावित हुई। इस फैसले से पहले ही आर्थिक विकास की रफ्तार में सुस्ती आनी शुरू हो गई थी, लेकिन नोटबंदी के बाद इसमें और तेजी आई थी।
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आपको बता दें, पीएम मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को 1000 और 500 के नोटों को वापस लेने की घोषणा की थी। इसके बाद देश में आर्थिक सुस्ती पसर गई थी।