Keshav Maurya Statement: 'मायावती की सुरक्षा के लिए सरकार कमिटेड', सपा पर बसपा सुप्रीमों के आरोपों पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य का आया बड़ा बयान

Keshav Maurya Statement: बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर सुरक्षा को लेकर आरोप लगाए थे, जिसको लेकर अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि बीजेपी सरकार बहन जी की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। डिप्टी सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने दलित पिछड़ा, गरीब, महिलाएं, किसान के विरोध में सदैव आचरण किया है।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 8 Jan 2024 11:01 AM GMT (Updated on: 8 Jan 2024 12:02 PM GMT)
On the allegations of BSP supremo Mayawati on SP, Deputy CM Keshav Maurya said, the government is committed to the security of Mayawati
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 सपा पर बसपा सुप्रीमों मायावती के आरोपों पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा, मायावती की सुरक्षा के लिए सरकार कमिटेड: Photo- Social Media

Keshav Maurya Statement On BSP Supremo Security: बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी से अपनी जान को खतरा बताया है। इसको लेकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, राज्य की बीजेपी सरकार बीएसपी अध्यक्ष की सुरक्षा को लेकर संकल्पित है। मौर्य ने कहा कि सुरक्षा के खतरे से जुड़ी फ्लाई ओवर बनाने की जो शिकायत है, वो समाजवादी पार्टी सरकार के समय बनाया गया।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "मायावती उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री हैं और बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। यूपी में भाजपा की सरकार है तो उनकी सुरक्षा के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है। फ्लाईओवर बनाने की शिकायत जो है वे समाजवादी पार्टी की सरकार के समय बनाई गई। मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने दलित, पिछड़ा, गरीब, महिलाएं, किसान के विरोध में सदैव आचरण किया है। बहन मायावती को स्टेट गेस्ट हाउस कांड के समय जीवित भी नहीं छोड़ने की स्थिति थी। भाजपा ने उन्हें बचाने के लिए लड़ाई लड़ी।"

क्या कहा था मायावती ने ?

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा था कि वो दलित विरोधी है, जिससे उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया है। मायावती ने इसे लेकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर कई पोस्ट किए और कहा, 'सपा अति-पिछड़ों के साथ-साथ जबरदस्त दलित-विरोधी पार्टी भी है, हालांकि बीएसपी ने पिछले लोकसभा आम चुनाव में सपा से गठबन्धन करके इनके दलित-विरोधी चाल, चरित्र व चेहरे को थोड़ा बदलने का प्रयास किया। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद ही सपा पुनः अपने दलित-विरोधी जातिवादी एजेंडे पर आ गई।'

Photo- Social Media

दिलाई गेस्ट हाउस कांड की याद

यही नहीं मायावती ने आगे कहा, 'अब सपा मुखिया जिससे भी गठबन्धन की बात करते हैं उनकी पहली शर्त बसपा से दूरी बनाए रखने की होती है, जिसे मीडिया भी खूब प्रचारित करता है। वैसे भी सपा के 2 जून 1995 (गेस्ट हाउस कांड) सहित घिनौने कृत्यों को देखते हुए व इनकी सरकार के दौरान जिस प्रकार से अनेकों दलित-विरोधी फैसले लिये गए हैं। जिनमें बीएसपी यूपी स्टेट ऑफिस के पास ऊंचा पुल बनाने का कृत्य भी है जहां से षड्यन्त्रकारी अराजक तत्व पार्टी दफ्तर, कर्मचारियों व राष्ट्रीय प्रमुख को भी हानि पहुंचा सकते हैं जिसकी वजह से पार्टी को महापुरुषों की प्रतिमाओं को वहां से हटाकर पार्टी प्रमुख के निवास पर शिफ्ट करना पड़ा।'

मायावती के इस बयान पर भाजपा ने भी समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है। जहां इंडिया गठबंधन में मायावती को शामिल करने की बात चल रही है तो वहीं बसपा सुप्रीमो का सपा को लेकर सोशल मीडिया पर किया गया यह पोस्ट निश्चय ही इंडिया गठबंधन के बसपा को साथ लाने के प्रयास को एक तगड़ा झटका दिया है। वहीं भाजपा भी यह चाहेगी की बसपा अकेले ही चुनाव लड़े।

Shashi kant gautam

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