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आ रही तबाहीः इन राज्यों में बारिश मचाएगी कहर, जारी हुआ हाई अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि 8 जुलाई से ईस्ट और नॉर्थ-ईस्ट इंडिया में फिर से इंटेंस मानसून बारिश शुरू होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए 8 से 10 जुलाई तक आंधी-तूफान, बिजली गिरने और बेहद भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
लखनऊः ईस्ट और नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में बारिश से बाढ़ की भारी तबाही की आशंका के मद्देनजर मौसम विभाग ने ओरेंज अलर्ट जारी कर दिया है,इसका मतलब है कि अधिकारियों को आपात स्थिति या बारिश से संबंधित आपदाओं के लिए तैयार रहना चाहिए।
यूपी में मानसून सक्रिय हो चुका है। हालांकि मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी नहीं दी है। लेकिन गरज चमक के साथ तेज बौछारों की चेतावनी दी गई है। लेकिन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में रुक रुक कर हो रही बारिश से रामपुर के डेढ़ सौ गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। यहां एक दिन पहले 13017 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। कोसी नदी का पानी भी लगातार बढ़ रहा है। रामपुर में बाढ़ का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
मौसम विभाग ने नौ से 10 जुलाई को असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी तक बारिश की चेतावनी दी है। नौ से 12 जुलाई तक अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अत्यधिक बारिश होने की संभावना है। इसके तमाम राज्यों के डूब में आने वाले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
इन गांवों को है खतरा
रामपुर के लंबापुरी, लालपुर, बजावाला, शौकतनगर, आलियागंज, इमरता, अहमदाबाद, खेमपुर, नबी गंज, फेजगंज, बिजपुरी, प्रानपुर, बैंजना, ईश्वरपुर, रवन्ना, सींगनखेड़ा के अलावा शाहबाद क्षेत्र के मदारपुर चंडका, बीसरा, मथुरापुर, बीसरी, मंढ़ोली,स्वार का फरीदपुर, रूस्तमनगर, मधुपुरी, सोनकपुरी, रसूलपुर आदि गांवों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग ने पिचिंग के काम कराने शुरू कर दिये हैं। पिछली बार 2010 में इस क्षेत्र में आई बाढ़ के चलते लोगों को घरों की छत पर डेरा जमाना पड़ा था। हाईवे पानी में डूब गई थी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि 8 जुलाई से ईस्ट और नॉर्थ-ईस्ट इंडिया में फिर से इंटेंस मानसून बारिश शुरू होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए 8 से 10 जुलाई तक आंधी-तूफान, बिजली गिरने और बेहद भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
29 जून से 1 जुलाई तक इन क्षेत्रों में अत्याधिक बारिश के कारण असम और बिहार के कई हिस्से पहले ही बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। गौरतलब है कि यूपी में गंडक ही नहीं, शारदा नदी में भी नेपाल से ही पानी आता है। ये पानी सिंचाई के काम भी आता है और यही बाढ़ की तबाही भी मचाता है।