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BJP: ...तो हो गया फाइनल, न दलित न ओबीसी ये ब्राह्मण चेहरा बनेगा बीजेपी का अध्यक्ष!
BJP: माना जा है कि देवेंद्र फडणवीस को भाजपा का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वे पार्टी के युवा चेहरा के साथ-साथ संघ की भी पसंद हैं। ऐसे में उनको मजबूत दावेदार माना जा रहा है। वहीं महाराष्ट्र चुनावों में उनकी अगुवाई में महायुति को मिले प्रचंड बहुमत ने भी उनके दावेदारी को मजबूत कर दिया है।
BJP: बीजेपी में जल्द ही नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में ही समाप्त हो चुका है, लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए उनका कार्यकाल छह महीने और बढ़ा दिया गया था। भारतीय जनता पार्टी हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की जीत के बाद अब अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश में जुट गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। जानकारों की मानें तो नए अध्यक्ष की रेस में कई नाम शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अध्यक्ष पद की रेस में जो नाम सबसे आगे चल रहे हैं। उनमें देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और सरोज पांडेय का नाम सबसे आगे चल रहा है। माना जा रहा है कि भाजपा उसी को अध्यक्ष बनाएगी जो संघ का भी पसंद हो।
नए अध्यक्ष को लेकर बीजेपी की ओर से कवायद तेज हो गई है। मीडिया रिपोर्टर्स के अनुसार नए अध्यक्ष को लेकर बीजेपी मुख्यालय में लगातार बैठकें हो रही हैं। इन बैठकों के बारे में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ समेत कई दिग्गज नेताओं को लगातार अपडेट भी किया जा रहा है।
माना जा है कि देवेंद्र फडणवीस को भाजपा का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वे पार्टी के युवा चेहरा के साथ-साथ संघ की भी पसंद हैं। ऐसे में उनको मजबूत दावेदार माना जा रहा है। वहीं महाराष्ट्र चुनावों में उनकी अगुवाई में महायुति को मिले प्रचंड बहुमत ने भी उनके दावेदारी को मजबूत कर दिया है।
सूत्रों की मानें तो देवेंद्र फडणवीस को नए अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
चर्चा में क्यों हैं देवेंद्र फडणवीस का नाम?
हालही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जिस तरह से शानदार जीत दर्ज की है। उसका श्रेय देवेंद्र फडणवीस को ही जाता है। यही नहीं उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र में बीजेपी 2014, 2019 और 2024 के विधानसभा चुनावों में लगातार 100 से अधिक सीटें जीतती आ रही है। इसका श्रेय भी देवेंद्र फडणवीस को ही जाता है। यही नहीं जब 2019 में भाजपा ने शिवसेना के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा और गठबंधन को बहुमत मिल गया तो उद्धव ठाकरे शिवसेना का सीएम बनाने की जिद पर अड़ गए जब भाजपा ने उनकी यह शर्त नहीं मानी तो वो एनसीसी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने में सफल रहे और स्वयं उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बन गए। लेकिन फडणवीस ने हार नहीं मानी और उन्होंने वह कर दिखाया जिसे शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा। उन्होंने राजनीति के दिग्गज नेता शरद पवार की एनसीपी से उनके भतीजे अजित पवार को ही तोड़ लिया और इस तरह अजित पवार एनसीपी से अलग होकर एनसीपी अजित गुट बना लिए। वहीं फडणवीस ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना को भी तोड़ दिया। एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत कर एक अलग शिवसेना शिंदे गुट बना लिया। इस तहर से उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई और राज्य में एकनाथ शिंदे की अगुवाई में नई सरकार बनी। जिसमें भाजपा, एनसीपी अजित गुट और शिवसेना शिंदे गुट शामिल रहा।
प्रशासन और संगठन की अच्छी समझ
देवेंद्र फडणवीस 2014 से 2019 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। उनके अंदर प्रशासनिक क्षमता भी है कैसे सरकार चलाना है कैसे मैनेज करना है। वहीं उनके पास संगठन का भी काफी अच्छा अनुभव है। वह यह अच्छी तरह से जानते हैं कि संगठन को कैसे एकजुट और मजबूत रखना है।
संघ से अच्छा तालमेल
देवेंद्र फडणवीस का संघ से भी तालमेल अच्छा है। वे संघ की पंसद भी हैं। ऐसे में अगर देवेंद्र फडणवीस को भाजपा का नया अध्यक्ष बनाया जाता है तो संघ उनके नाम पर समर्थन करेगा।
युवा चेहरा भी है बड़ा कारण
देवेंद्र फडणवीस पार्टी के युवा चेहरा हैं। इसको देखते हुए भी उनकी अध्यक्ष पद की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। देश में 50 प्रतिशत से अधिक आबादी युवाओं की है। जिस तरह से उन्होंने पिछले सालों में भाजपा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उसको देखते हुए भी वे अध्यक्ष पद के मजबूत दावेदार हैं।
बढ़ाया गया था नड्डा का कार्यकाल
बता दें कि बीजेपी के वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए जून तक बढ़ाया गया था। वैसे तो उनका कार्यकाल जनवरी 2024 में ही समाप्त हो गया था।