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फडणवीस की इस्तीफा देने की पेशकश योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने की चाल, संजय राउत का बड़ा बयान
Devendra Fadnavis Resign: नेता संजय राउत ने कहा कि फडणवीस की ओर से की गई यह पेशकश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने की चाल है।
Devendra Fadnavis Resign: लोकसभा चुनाव के नतीजे में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए का दो बड़े राज्यों उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में भाजपा के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी है। फडणवीस की ओर से की गई इस पेशकश पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि फडणवीस की ओर से की गई यह पेशकश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने की चाल है।
दरअसल उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजे को भाजपा के साथ है ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। योगी के प्रभाव वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाके में भी भाजपा का इस बार प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ से जुड़ा संजय राउत का यह बयान सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में लगा है भाजपा को सबसे बड़ा झटका
इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबसे बड़ा झटका देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में ही लगा है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में मिली बड़ी कामयाबी के दम पर भाजपा ने बहुमत पाने में कामयाबी हासिल की थी। इस बार भाजपा उत्तर प्रदेश में सिर्फ 33 सीटों पर ही सिमट गई है जबकि सपा-कांग्रेस गठबंधन ने 43 सीटें जीत ली हैं। भाजपा को फैजाबाद सीट पर भी हार का मुंह देखना पड़ा है जबकि अयोध्या लंबे समय से भाजपा का प्रमुख एजेंडा रहा है।
दूसरी ओर भाजपा ने मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़,ओडिशा, बिहार और झारखंड आदि राज्यों में अच्छा प्रदर्शन किया है। उत्तर प्रदेश का चुनाव नतीजा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए धुआंधार प्रचार किया था। ऐसे में फडणवीस की ओर से इस्तीफे की पेशकश के बाद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है।
ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी मोदी सरकार
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि अब केंद्र में बनने वाली नरेंद्र मोदी की सरकार ज्यादा समय तक नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के बाद हम मिठाई बांटने का सुझाव देंगे क्योंकि यह सरकार गिने-चुने दिन ही चल पाएगी। उन्होंने कहा कि इस बार महाराष्ट्र के मतदाताओं ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार के पक्ष में फैसला सुनाया है। विभाजन के बाद इन दोनों पार्टियों के नाम और चुनाव निशान छीन लिए गए थे मगर मतदाताओं का समर्थन इन दोनों नेताओं को ही मिला है।
महाराष्ट्र में भी भाजपा को लगा करारा झटका
लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस बार महाराष्ट्र में भी करारा झटका लगा है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान 23 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा इस बार सिर्फ 9 सीटों पर सिमट गई है। 2019 के चुनाव में भाजपा का शिवसेना के साथ गठबंधन था। उस चुनाव में अविभाजित शिवसेना को 18 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस बार उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने भाजपा के बराबर 9 सीटों पर जीत हासिल की है। महाराष्ट्र में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी है।