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ये बारात खास है मेरे दोस्त, क्योंकि पन्नी रानी बनी दुल्हनिया तो दूल्हा कचरा लाल

मध्य प्रदेश की छोटी सी नगर पालिका है धार, जहां कर्मचारी-अधिकारी और शहरी बने बाराती। शनिवार को यहां बैंडबाजों के साथ ‘कचरा लाल संग पन्नी रानी’ की बारात निकली तो नजारा देखने लायक था। आपको बता दें शहरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए नगर पालिका ने इस अनोखी बारात का आयोजन किया।

Rishi
Published on: 30 Dec 2018 1:15 PM IST
ये बारात खास है मेरे दोस्त, क्योंकि पन्नी रानी बनी दुल्हनिया तो दूल्हा कचरा लाल
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धार : मध्य प्रदेश की छोटी सी नगर पालिका है धार, जहां कर्मचारी-अधिकारी और शहरी बने बाराती। शनिवार को यहां बैंडबाजों के साथ ‘कचरा लाल संग पन्नी रानी’ की बारात निकली तो नजारा देखने लायक था। आपको बता दें शहरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए नगर पालिका ने इस अनोखी बारात का आयोजन किया। इसमें संदेश दिया गया कि कचरा सही जगह पर फेंका जाना चाहिए। इसके साथ ही कूड़े को रीसाइकिल और रीयूज करने के बारे में भी बताया गया। जल्द ही अगली बारात भी निकलेगी।

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सज-धजकर सवार हुआ दूल्हा

एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में कचरा लाल साफा बांध बैठे। पीछे चल रही ट्रॉली में दुल्हन पन्नी रानी सवार थी। तीसरी ट्रॉली में गीला और सूखा कचरा ठाठ से सवार था। बारात पालिका परिसर से निकल पूरे शहर में घूमी बारातियों के खाने-पीने की व्यवस्था भी रही।

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बैंड-बाजा और बराती

घोड़ा, बैंड-बाजे, ढोल-तासे की धुन पर कर्मचारी, अधिकारी, शहरी, सभी बराती नाचते-गाते चले तो माहौल शादिमय हो गया। ट्रॉलियों पर स्वच्छता संदेशों को करीने से लगाया गया।

पन्नी और कचरे की बरात में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, न्यायपालिका से जुड़े लोगों के साथ ही विदेशी सैलानियों को भी आमंत्रित किया गया था।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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