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Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में आगे हुए दिग्विजय सिंह, आज करेंगे नामांकन

Congress President Election: कांग्रेस आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद दिग्विजय सिंह भी अध्यक्ष चुनाव के रण में उतरने जा रहे हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 29 Sep 2022 4:14 AM GMT
Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में आगे हुए दिग्विजय सिंह, आज करेंगे नामांकन
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Congress President Election: राजस्थान में मचे सियासी उथलपुथल के बीच कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में अचानक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सबसे आगे हो गए हैं। राहुल गांधी की भारत छोड़ो यात्रा के शिल्पकार दिग्गी राजा यात्रा को बीच में छोड़कर बुधवार को केरल से दिल्ली आ गए। कांग्रेस आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद दिग्विजय सिंह भी अध्यक्ष चुनाव के रण में उतरने जा रहे हैं। वे आज यानी गुरूवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करेंगे।

10 सालों तक मध्य प्रदेश के सीएम रहे दिग्विजय सिंह अगर अध्यक्षी का चुनाव जीत जाते हैं तो वे इस कुर्सी पर बैठने वाले प्रदेश के दूसरे गैर – गांधी सरनेम वाले कांग्रेसी होंगे। इससे पहले ये मौका राजधानी भोपाल के शंकर दयाल शर्मा को मिला था । शर्मा पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के आर्शीवाद से 1972-1974 तक कांग्रेस अध्यक्ष रहे थे। बात करें कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की तो दिग्विजय सिंह के अलावा केरल से कांग्रेस सांसद शिश थरूर ने भी चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।

थरूर कल यानी 30 सितंबर को आखिरी दिन नामांकन दाखिल करेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा कि वह इसलिए नामांकन भर रहे हैं ताकि चुनाव कराए जाएं, ऐसा न लगे कि चुनाव हुआ ही नहीं। वहीं राजस्थान में मचे जबरदस्त सियासी उठापटक के बाद अध्यक्षी के पद के प्रबल दावेदार माने जाने वाले अशोक गहलोत चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसे लेकर तस्वीर साफ नहीं है।

गांधी परिवार के भरोसेमंद दिग्गी राजा

वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पूर्व पीएम राजीव गांधी के जमाने से गांधी परिवार के काफी भरोसेमंद रहे हैं। साल 2003 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद वे वादे के मुताबिक 10 सालों के लिए चुनावी राजनीति से दूर हो गए थे। इसके बाद काफी समय तक वे कांग्रेस में एक तरह से साइडलाइन रहे। लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले उनकी नर्मदा परिक्रमा यात्रा ने उन्हें एकबार फिर सियासी तौर पर जीवित किया। इस यात्रा ने 15 सालों से जमीं भाजपा सरकार को उखाड़ने में काफी मदद की थी।

इस यात्रा की सफलता के कारण ही उन्हें राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा का इंचार्ज बनाया गया। यात्रा में उनकी सक्रियता और रोल को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजीव गांधी की तरह उन्होंने राहुल गांधी का भी भरोसा हासिल कर लिया है। दिग्विजय सिंह भारत जोड़ो यात्रा के लिए बनाई गई समिति के अध्यक्ष हैं। यात्रा की प्लानिंग से लेकर रूट, बीच में राहुल किन लोगों से मिलेंगे, जनसभाएं – ये पूरा खाका दिग्गी राजा ने ही तैयार किया है। दिग्विजय सिंह ने समय – समय पर गांधी परिवार के प्रति अपनी वफादारी को साबित किया है। यही वजह है कि कांग्रेस के सुप्रीम पद की रेस में अब वे प्रबल दावेदार के तौर पर उभरे हैं ।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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