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Opposition Meet: सोनिया की Dinner Diplomacy में मुद्दों की रेसिपी, खड़गे बोले- अच्छी शुरुआत मतलब, आधा काम हो गया
Bengaluru Opposition Meet : बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियों की दूसरी बैठक बुलाई गई है। 2024 में बीजेपी के खिलाफ व्यूह रचना के लिए दो दिनों तक मंथन होगा। आज पहले दिन डिनर मीटिंग में अहम मुद्दों पर मंथन हुआ।
Bengaluru Opposition Meet : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सोमवार (17 जुलाई) को 26 विपक्षी दलों की बैठक हुई। देर शाम हुई Dinner Meeting को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आयोजित किया था।बैठक का असल मकसद 2024 लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता में काबिज बीजेपी को उखाड़ फेंकना है। आज के मीटिंग से क्या कुछ निकलकर सामने आएगा। इस बात की जानकारी कल होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जाएगी। इससे पहले, विपक्षी नेताओं के बीच एक बैठक पिछले महीने 23 जून को हुई थी।
आज 'डिनर मीटिंग' में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन (MK Stalin), बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar), दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal), झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren), पंजाब सीएम भगवंत मान और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) सहित विभिन्न दलों के कई गणमान्य नेता शामिल हुए। दो-दिवसीय बैठक को अगले साल यानी 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर विपक्षी एकजुटता की गंभीर कोशिश बताया जा रहा है।
अब नजर कल पर
कर्नाटक के बेंगलुरु में चल रही विपक्षी नेताओं की रात्रिभोज बैठक खत्म हो गई है। विपक्षी नेता बैठक स्थल से चले गए हैं। अब सबकी निगाह कल होने वाले आयोजन पर टिकी है। गौरतलब है कि, कल ही दिल्ली में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बैठक भी होने वाली है। बीजेपी के नेतृत्व में इसे विपक्षी एकता के सामने 'शक्ति प्रदर्शन' माना जा रहा है।
पहले ही एजेंडा तय, ताकि ठोस फैसले तक पहुंचें
विपक्षी एकता (Opposition Meet) के नजरिये से इस घटनाक्रम को अहम बताया जा रहा है। पटना के बाद विपक्ष की दूसरी 'महाबैठक' बेंगलुरु में जारी है। इसके लिए एजेंडा और 'मिनट टू मिनट' प्रोग्राम पहले ही तय किया गया था, ताकि इस बार विपक्षी एकता की दिशा में कोई ठोस फैसला लिया जा सके। मंगलवार (18 जुलाई) को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार भी इसमें शामिल होंगे।
जानें क्या है एजेंडा?
बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियों की बैठक के एजेंडे में 2024 लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तथा सहयोगी दलों में संवाद कायम करने के लिए एक उप-समिति का गठन करना है। इसमें राज्य के आधार पर सीटों के बंटवारे पर निर्णय की प्रक्रिया पर चर्चा करना शामिल है। बैठक के दौरान रैलियों तथा आंदोलन सहित पार्टियों के संयुक्त कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक समिति गठित करने पर भी चर्चा होगी। इसके अतिरिक्त, विपक्षी बैठक के दौरान गठबंधन के लिए नए नाम पर भी सुझाव लिए जाएंगे।
Well begun is half done!
Like-minded opposition parties shall closely work together to foster an agenda of social justice, inclusive development and national welfare.
We want to free the people of India from the autocratic and anti-people politics of hate, division, economic… pic.twitter.com/rhPxmpgL3x— Mallikarjun Kharge (@kharge) July 17, 2023
जयराम के निशाने पर भाजपा
इस बीच, कांग्रेस सांसद जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने भी ट्वीट किया। लिखा, 'जो NDA पिछले कई वर्षों से सिर्फ दिखावा बनकर रह गया था, अब उसे पुनर्जीवित करने की कोशिश की जा रही है। यह 26 विपक्षी दलों के एक साथ आने का सीधा असर है। 23 जून को पटना में सफल बैठक हुई थी। बेंगलुरु में बैठक में और अधिक दल भाग ले रहे हैं। इससे घबराकर भाजपा NDA को मजबूत करने का प्रयास कर रही है।'
Suddenly the NDA is being sought to be revived years after it had become a farce. This is the direct impact of 26 Opposition parties coming together. After the Patna conclave on June 23rd, and the fact that more parties are attending the Bengaluru conclave tomorrow, the BJP is…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 17, 2023
बैठक में कौन-कौन हुए शामिल?
बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी एकता महाबैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, ममता बनर्जी, एमके स्टालिन, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, हेमंत सोरेन, सीताराम येचुरी, नीतीश कुमार, लालू यादव, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, राघव चड्डा, तेजस्वी यादव, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और संजय राउत सहित कई अन्य बड़े नेता बैठक में शामिल हुए।