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PM मोदी की मन की बात, कहा- छोटे दुकानदारों से नहीं करें मोलभाव

पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार (27 अगस्त) को लोगों से आग्रह किया कि वे छोटे दुकानदारों, सब्जी विक्रेताओं या ऑटोरिक्शा चालकों से छोटी रकम को लेकर मोलभाव नहीं करें। मोदी ने कहा कि छोटे दुकानदारों से मोलभाव करने वाले लोग रेस्तरां में बिल का भुगतान करने में संकोच नहीं करते। पीएम ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में कहा, "इतना ही नहीं जब हम शोरूम में साड़ी खरीदने जाते हैं, तो हम मोलभाव नहीं करते। लेकिन जब बात गरीबों की आती है तो हम मोलभाव करने से खुद को नहीं रोक पाते।"

priyankajoshi
Published on: 27 Aug 2017 3:22 PM IST
PM मोदी की मन की बात, कहा- छोटे दुकानदारों से नहीं करें मोलभाव
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नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार (27 अगस्त) को लोगों से आग्रह किया कि वे छोटे दुकानदारों, सब्जी विक्रेताओं या ऑटोरिक्शा चालकों से छोटी रकम को लेकर मोलभाव नहीं करें।

मोदी ने कहा कि छोटे दुकानदारों से मोलभाव करने वाले लोग रेस्तरां में बिल का भुगतान करने में संकोच नहीं करते। पीएम ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में कहा, "इतना ही नहीं जब हम शोरूम में साड़ी खरीदने जाते हैं, तो हम मोलभाव नहीं करते। लेकिन जब बात गरीबों की आती है तो हम मोलभाव करने से खुद को नहीं रोक पाते।"

मेहनतकश लोगों से न करें मोलभाव

उन्होंने कहा कि लोगों को सब्जी विक्रेताओं, छोटे दुकानदारों, ऑटोरिक्शा चालकों और यहां तक कि मेहनतकश लोगों से मोलभाव करने की आदत है। उन्होंने कहा, "दो या पांच रुपये से कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन क्या किसी ने सोचा कि इस तरह की छोटी बड़ी आदतों से गरीबों को कितनी चोट पहुंचती है।"

मोदीका कहना है, "क्या आपने कभी सोचा है कि गरीब व्यक्ति किस पीड़ा से गुजरता है। गरीब लोगों को ठेस पहुंचती है जब उन्हें एहसास होता है कि उनकी ईमानदारी पर सवाल खड़ा किया जा रहा है।"

मोदी ने युवाओं को बाहर मैदान में खेलने की सलाह दी

पीएम मोदी ने युवाओं से अपने कंप्यूटर से चिपके रहने के बजाय बाहर मैदान में जाकर खेलने की सलाह दी। मोदी ने कहा कि 'प्ले स्टेशन' खेलने से कहीं अधिक बेहतर 'प्लेइंग फील्ड' जाकर खेलना है। मोदी ने कहा कि आज की पीढ़ी के युवा वास्तविक खेल खेलने से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक खेल को महत्व दे रहे हैं।

पीएम ने किया आग्रह

मोदी ने कहा, "कंप्यूटर के इस युग में मैं युवा पीढ़ी से आग्रह करूंगा कि मैदान में जाकर खेलना, वीडियो गेम खेलने से ज्यादा अहम है।" प्रधानमंत्री ने यह बात 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के संदर्भ में कही, जिसे हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की याद में मनाया जाता है।

खुले मैदान में भी लें खेलने का आनंद

मोदी का कहना है कि "कभी-कभार कंप्यूटर पर फीफा (गेम्स) खेल लीजिए, लेकिन मैदान में भी जाकर वास्तविक फुटबॉल खेल में अपना प्रदर्शन करें। खुले मैदान में आसमान के नीचे क्रिकेट खेलने का अपना अलग मजा है।" मोदी ने कहा, "पहले माता-पिता अपने बच्चों से पूछते थे कि तुम खेल कर कब लौटोगे, जबकि अब यह पूछते हैं कि तुम कब बाहर जाओगे।"

मोदी ने कहा, "आज जब बच्चे घर लौटते हैं तो वे या तो कॉर्टून फिल्म देखते हैं या मोबाइल फोन पर गेम खेलते हैं। उनकी माताओं को उन्हें बाहर जाकर खेलने के लिए कहना पड़ता है।"

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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