TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

उसने काट दिए थे अपने 'स्तन', क्योंकि ढकने पर लगता था टैक्स

केरल में 19वीं सदी में त्रावणकोर के राजा द्वारा निचली जातियों की महिलाओं के स्तनों पर टैक्स लगाया जाता था। इस टैक्स से बचने का एक तरीका था कि वो अपने स्तन निवस्त्र कर निकलें।

Rishi
Published on: 19 May 2019 5:12 PM IST
उसने काट दिए थे अपने स्तन, क्योंकि ढकने पर लगता था टैक्स
X

लखनऊ : घटना 19वीं सदी की है। उस समय निचली जाति की महिलाओं पर एक ऐसा टैक्स लगता था जिसके बारे में पढ़ आपके दिमाग का दही हो जाएगा। केरल में 19वीं सदी में त्रावणकोर के राजा द्वारा निचली जातियों की महिलाओं के स्तनों पर टैक्स लगाया जाता था। इस टैक्स से बचने का एक तरीका था कि वो अपने स्तन निवस्त्र कर निकलें।

इसी टैक्स के खिलाफ खड़ी हुईं नानगेली। जिन्होंने अपनी जान देकर इस प्रथा का विरोध किया और उनका यह साहसिक कदम ब्रेस्ट टैक्स के अंत की वजह बना।

ये भी देखें : करण ओबेरॉय के वकील ने कहा- महिला पर बर्बाद करने का जुनून सवार, जमानत पर सुनवाई आज

अपमानित करने का तरीका

त्रावणकोर में नियमों के अनुसार उस दौरान निचली जाति की महिलाओं को अपने स्तन ढंकने की इजाजत नहीं थी। सार्वजनिक स्थानों पर स्तनों ढंकने के लिए राजा ब्रेस्ट टैक्स वसूल करता था।

कहा जाता है कि टैक्स का निर्धारण स्तन के साइज के आधार पर होता था। यह टैक्स निचली जाति के लोगों को अपमानित करने के उद्देश्य से लगाया जाता था। ब्रेस्ट टैक्स के साथ-साथ निचली जाति के पुरुषों को मूंछ रखने के लिए भी टैक्स देना होता था।

ये भी देखें : प्राणि उद्यान में वृद्ध बाघिन का स्वास्थ्य स्थिर, कोबरा को फीडिंग पाइप से खिलाया भोजन

कौन थी नानगेली चेरथाला

नानगेली चेरथाला एक गरीब दलित महिला थी। इस टैक्स का भुगतान उसके वश में नहीं था। नानगेली ने सार्वजनिक जगहों पर स्तनों को न ढकने से इंकार कर दिया। जब टैक्स अधिकारी नानगेली के घर टैक्स लेने पहुंचा तो इस टैक्स के विरोध में नानगेली ने अपने दोनों स्तन काटकर केले के पत्ते पर रख उस टैक्स अधिकारी के सामने रख दिया। खून से लथपथ नानगेली ने वहीं दम तोड़ दिया। नानगेली के मौत की खबर जंगल में आग की तरह फैली और लोग इस टैक्स के खिलाफ उठ खड़े हुए। इस टैक्स के विरोध में नानगेली के पति चिरकुंडन ने उनकी चिता में कूदकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

नानगेली के इस कदम से लोग इस घिनौने टैक्स के खिलाफ उठ खड़े हुए और राजा को यह क्रूर टैक्स समाप्त करना पड़ा।



\
Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story