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मिसाल! खुद बेघर लेकिन बना दिया गरीबों के लिए अस्पताल

Manali Rastogi
Published on: 13 Oct 2018 12:38 PM IST
मिसाल! खुद बेघर लेकिन बना दिया गरीबों के लिए अस्पताल
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जम्मू: हर किसी की चाहत होती है कि वो नौकरी के दौरान इतना पैसा बना ले कि खुद के लिए अपने परिवार के लिए सारी सुविधाएं जुटा सके। ऐसे में आज के समय में बहुत ही कम लोग देखने को मिलते हैं जोकि दूसरों के बारे में सोच लें। दिल्ली स्थित इंडियन स्पाइनल इंस्टिट्यूट के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ केएस चाढ़क ने एक ही मिसाल पेश की है।

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उनके पास दिल्ली में खुद का मकान नहीं है लेकिन जनसेवा के लिए उन्होंने अपने पैतृक गांव में एक बड़ा अस्पताल जरुर बनवा डाला। यह एक चैरिटी अस्पताल है, जहां देश-विदेश से आए डॉक्टर्स मुफ्त में गरीब मरीजों का इलाज करते हैं। यही नहीं, यहां मुफ्त में गरीब मरीजों का ऑपरेशन भी किया जाता है।

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खुद दिल्ली में किराए के घर में रहने वाले डॉ चाढ़क ने अपने गांव में एक आधुनिक अस्पताल खोला है। बता दें, जहां जम्मू में सरकारी अस्पतालों से निजी अस्पतालों में मरीजों को इलाज व ऑपरेशन के लिए रेफर कर दिया हैं, वहां इन मरीजों का इलाज व ऑपरेशन डॉ चाढ़क के चैरिटी अस्पताल में ही किया जाता है।

कौन हैं डॉ केएस चाढ़क?

  • डॉ केएस चाढ़क का जन्म जम्मू की बिश्नाह तहसील के नौग्रां में हुआ है।
  • डॉ चाढ़क ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई बिश्नाह में की है।
  • बिश्नाह में 10वीं तक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने रणबीर हायर सेकेंडरी स्कूल, जम्मू से अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी की है।
  • मेडिकल की पढ़ाई डॉ चाढ़क ने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली से पूरी की।
  • मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से MBBS की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सर्जरी में MS किया। इसके लिए वो लंदन चले गए।
  • अपना पीजी पूरा करने के बाद डॉ चाढ़क वापस इंडिया आ गए और यहां उन्होंने दिल्ली के ईएसआई हॉस्पिटल में नौकरी की।
  • ईएसआई हॉस्पिटल के सर्जरी डिपार्टमेंट के HOD पोस्ट से रिटायर होने के बाद उन्हें इंडियन स्पाइनल इंस्टिट्यूट के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष पद की कमान संभाली।
  • इसके बाद उन्होंने अपने गांव के कर्जे को उतारने का मन बनाया और अपनी पुश्तैनी जमीन को एक ट्रस्ट को दान दे दी, जहां आज की तारीख में एक बड़ा आधुनिक हस्पताल चल रहा है।



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