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Strange case in Bihar: मरने के 15 घंटे बाद जी उठी बुजुर्ग महिला, डॉक्टर भी रह गये हैरान

Bihar News: बिहार में एक चौका देने वाला किस्सा सामने आया है। डॉक्टर द्वारा मृत घोषित की गई वृद्धा की सांसें 15 घंटे बाद फिर से चलने लगीं।

Aakanksha Dixit
Published on: 15 Feb 2024 8:12 AM GMT
Bihar News
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प्रतीकात्मक इमेज source: social media  

Bihar News: यह तो हम सब जानते है कि अगर धरती पर डॉक्टर ही भगवान होता है जो पूरी कोशिश करता है की मरीज़ की जान बच सके। ऊपर भगवान होता है जिसकी आज्ञा के बिना तो एक पत्ता भी नहीं हिलता। जीवन - मरण तो सब उसी के हाथ में है। आज ऐसा ही एक चौका देने वाला किस्सा सामने आया है। छत्तीसगढ़ में एक चिकित्सक द्वारा मृत घोषित की गई वृद्धा रामरती देवी वृद्धा आज न सिर्फ सही तरीके से सांस ले रही है बल्कि पहले से काफी बेहतर नज़र आ रही हैं। उनके शोकाकुल स्वजन इस चमत्कार से हैरान हो गए। यह मामला छत्तीसगढ़ के चिकित्सक और बेगूसराय के नीमा चांदपुरा के रहने वाली 71 वर्षीय रामरती देवी से जुड़ा हुआ है।

जीवंत हुई वृद्धा की दिलचस्प कहानी

बिहार के नीमा चांदपुरा के रहने वाले दिनों साह की 71 वर्षीय पत्नी रामरती देवी छत्तीसगढ़ के कोरबा में रह रहे अपने पुत्रों के पास गई थी। पिछले रविवार को रामरती देवी की तबीयत जब अचानक बिगड़ गई तो पुत्रों ने उनको कोरबा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान वहां के डॉक्टर ने रामरती देवी के पुत्र घनश्याम साह और मुरारी साह से कहा कि उनकी माताजी की मौत हो चुकी है। जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया और परिजन उन्हें लेकर एक निजी वाहन से अपने गांव बेगूसराय के लिए चल पड़े। फिर जो हुआ, वह हैरान कर देने वाला है जब उनको लेकर वापस जाया जा रहा था तभी उनके शरीर में कुछ हलचल हुई। यह देखकर उनके परिजन वहां से भागे-भागे बेगूसराय सदर अस्पताल जा पहुंचे। जहां आईसीयू में भर्ती कराया गया। बीते 12 घंटे से हो रहे इलाज के बादअब रामरती देवी की हालत में काफी सुधार है।

चमत्कारिक घटना

सदर अस्पताल के आईसीयू में इलाज कर रहे डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि कल रामरती देवी को सदर अस्पताल लाया गया। मृत घोषित कर देने के बाद उनके लोग अंतिम संस्कार के लिए स्कॉर्पियो से घर आ रहे थे। रास्ते में उनके शरीर में हलचल महसूस हुई। यहां लाते ही उनको आईसीयू में शिफ्ट किया गया। डॉक्टर कृष्ण कुमार ने बताया, "अभी सब कुछ नॉर्मल है, प्रयास कर रहे हैं कि वह पूरी तरह से ठीक हो जाएं। यह एक चमत्कार ही होगा, यह अचंभित करने वाली घटना है।"

Aakanksha Dixit

Aakanksha Dixit

Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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