TRENDING TAGS :
चमोली आपदा की मसीहा: 8 माह का गर्भ, फिर भी लोगों को बचाने में लगी रही ये महिला
हिसार की रहने वाली डॉ ज्योति ने 3 दिन तक अस्पताल में बिना सोये हुए इस टनल से निकाले 12 मजदूरों को बचाने की ड्यूटी की। यह गर्भवती होने के बाद भी इन्होंने बड़ी ही ईमानदारी से अपनी ड्यूटी को निभाया।
हिसार : उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा ने देश में हर किसी को हैरान कर दिया था। इस ग्लेशियर के फटने से कई लोगों की जान गई और कितने लोग ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट की टनल में फास गए थे। सरकार ने कई रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए लोगों को बाहर निकाला। इस आपदा के समय हिसार की बेटी डॉ ज्योति ने बहुत ही नेक काम किया है जिसके चर्चे पूरे उत्तराखंड में हो रहे हैं।
48 घंटे बिना सोये डॉ ज्योति ने कि फसे मजदूरों की सेवा
नवंबर महीने में डॉ ज्योति की तैनाती जोशीमठ में हुई थी। रोज की तरह दो ज्योति आईटीबीपी अस्पताल में अपनी ड्यूटी कर रही थी। उत्तराखंड में ग्लेशियर के फटने की सुबह खबर मिलती है जिसके दौरान ज्योति ने इस टनल में फसे लोगों की बड़े जी जान से सेवा की। आपको बता दें कि इस दौरान डॉ ज्योति 8 महीने की प्रेग्नेंसी में थी तब भी इन्होंने 48 घंटे बिना सोये अपनी ड्यूटी को बड़ी लगन के साथ निभाया।
टनल में फसे 12 मजदूरों की जान बचाने में की ड्यूटी
यह गर्भवती होने के बाद भी इन्होंने बड़ी ही ईमानदारी से अपनी ड्यूटी को निभाया। आपको बता दें कि यह 12 मजदूर उत्तराखंड के ग्लेशियर फटने से इस टनल में अपनी जिंदगी मौत से जूझते रहे। जब इन 12 मजदूरों को अस्पताल में लाया गया तब इनकी हालत काफी नाजुक थी। इन मजदूरों में ऑक्सीजन की कमी नजर आ रही थी।
ये भी पढ़े....मनी लॉन्ड्रिंग केस: ICICI की पूर्व CEO चंदा कोचर को मिली सशर्त जमानत
तीन दिन तक की इन मजदूरों की सेवा
आईटीबीपी अस्पताल में इन 12 मजदूरों को भर्ती करने पर इनके खाने, कपड़े की व्यवस्था को मुहैया कराया। इस अस्पताल में डॉ ज्योति अकेली चिकित्सा उस दौरान थी। इन मजदूरों की तीन दिन तक पूरी निष्ठा लगन के साथ सेवा की। आपको बता दें कि इस डॉक्टर ने इन मरीजों के परिजनों से भी बात की।
ये भी पढ़े....रांचीः RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव को नहीं मिली जमानत, 19 फरवरी को अगली सुनवाई
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।